कलेक्टोरेट नकल शाखा में 20 वर्षों से पदस्थ संतोष श्रीवास का आज तक नहीं हो सका तबादला
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व. कलेक्टर कार्यालय स्थित नकल शाखा में 20 वर्षों से संतोष श्रीवास अंगत की पैर की तरह जमा हुआ है। आज तक उसका कहीं तबादलता नहीं किया गया है। जबकि समय-समय पर संतोष श्रीवास के कार्यप्रणाली की शिकायत भी की गई। किंतु ऊपरी सेटिंग होने के कारण वह नकल शाखा में ही जमा हुआ है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि नकल शाखा में बिना लेन-देन के कोई काम नहीं होता। विधिवत पर्ची कटाने के बाद भी यहां मिशल, अभिलेख आदि के नकल के लिए सीधे तौर पर रिश्वत ली जाती है। बाहरी दलाल ग्रामीणों को मुख्य द्वार में घेर लेते हैं और घंटे-दो घंटे में ही मोटी राशि लेकर उन्हें नकल निकलवा कर दे रहे हैं। इन दलालों और नकल शाखा में पदस्थ कर्मचारियों की कलेक्टर से शिकायत भी की जा चुकी है।
कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ संविदा कर्मचारी संतोष श्रीवास विगत 20 वर्षों से एक ही टेबल पर कार्य कर रहे हैं। हाल ही में एक अन्य संविदा कर्मचारी मनीष मिश्रा का सहायक ग्रेड-3 के पोस्ट में नियमित कर्मचारी के रूप में शासन द्वारा नियुक्ति की गई। आम जनता द्वारा नकल शाखा में हो रही अनियमितता एवं भ्रष्टाचार की शिकायत कलेक्टर से की गई थी। संतोष श्रीवास को भी संविदा से नियमित भी कर दिया गया है। जबकि मनीष मिश्रा को नियमित होने के तत्काल बाद मस्तूरी अनुविभागीय कार्यालय में पदस्थत किया गया है। वहीं संतोष श्रीवास नियमित होने के बाद भी एक ही जगह पर विराजमान हैं। यह भी जांच का विषय है।