चोरी, मारपीट, लूटपाट के नाम से चर्चित हुआ सरकंडा क्षेत्र, थाने में रिपोर्ट लिखाने से भी डर रहे हैं लोग
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व। सरकंडा क्षेत्र के अशोक नगर इलाके में चोरों का आंतक चरम पर है। यहां के लोग सहमे हुए हैं। श्रीरामपुरम कालोनी के लोगों ने बताया कि यहां रहना खतरे से खाली नहीं है। रात में खुलेआम चोरी व लूटपाट करने वाले युवकों का मजमा लगा रहा है। कॉलोनी में चोर पहरा होने के बाद भी प्रवेश कर रहे हंै। पुलिस द्वारा रात्रि गश्त नहीं की जा रही है। चोरी जैसे गंभीर मामलों की शिकायत करने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया जाता है, बल्कि फरियादी को उलझा दिया है, ज्यादातर लोग अब थाने में शिकायत भी दर्ज नहीं करा रहे हैं। कालोनी के लोगों ने बताया कि कई बार चोर कालोनी में प्रवेश कर चुके हैं। 20 अगस्त की रात कालोनी के एक मकान में चोरी करने घुसे युवक का वीडियो भी सीसी टीवी में कैद है। फिर भी यहां के लोगों ने थाने में शिकायत दर्ज कराना मुनासिब नहीं समझा। इससे यह पता चलता है कि लोगों का कानून व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।
सरकंडा क्षेत्र में विकास को गति देने के लिए तरह तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। किंतु आज की स्थिति में तेजी से बढ़ रहे इस क्षेत्र में कानून व्यवस्था तार-तार हो रही है। चोरी, मारपीट, लूटपाट की घटनाओं से यहां रहने वाले लोग सहमे हुए हैं। रात होते ही आसामाजिक लोगों का आतंक शुरू हो जाता है। थाना नाममात्र के लिए रह गया है। यहां के लोग पुलिस में रिपोर्ट लिखाने से भी कतरा रहे हैं। मेडिकल नशे के अलावा सारे गैर-कानूनी धंधे इस क्षेत्र में फल फूल रहा है। अशोक नगर,बिरकोना, बंधवापारा इलाके में रोजाना आसाजिक तत्वों के द्वारा लूटपाट व मारपीट की घटना को अंजाम दिया जा रहा है।
जिले में आपराधिक गतिविधियों पर रोकथाम लगाने के लिए ऑपरेशन प्रहार अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस द्वारा अभियान चलाकर नशे के कारोबार में लिप्त लोगों की धरपकड़ भी की जा रही है। इसके बाद भी नशे के कारोबारियों का हौसला बुलंद है। सरकंडा क्षेत्र में मेडिकल नशे का कारोबार तेजी से फल-फूल रहा है। यहां नशेडिय़ों का हौसला इतना बुलंद है कि रोजाना चाकूबाजी और मारपीट की घटना आम हो गई है। थाना क्षेत्र में गांजा-शराब, नशे के इंजेक्शन बेचने वालों पर कड़ाई से कार्रवाई नहीं होने के कारण माहौल खराब हो रहा है। कबाड़ की कालाबाजारी व अवैध कारोबार के लिए चर्चित हो चुके सरकंडा क्षेत्र में लोग दहशत के साये में हैं।