सेवन एक्स वेलफेयर के सदस्यों ने सड़क का नाम “बिपिन रावत मार्ग” करने मांग की
नोयडा. जिस रास्ते से हम गुजरते है कभी वहा कच्चा रास्ता हुआ करता था। विकास की गति ने जब तेजी से अपना रास्ता पकड़ा ,देखते देखते उची इमारते , मेट्रो स्टेशन, पार्क और माल बन गये, ध्यान देने वाली बात ये है कि इन सबको जोड़ने के लिए जिन रास्तो से हम सब अपनी गाड़िया तेजी से निकाल देते है उनकी अपनी कोई पहचान नहीं है, उधर बीच नोयडा में बहुतेरे कार्य हुए पर जो काम बचा रह गया वो तो इन चौड़ी चौड़ी 45/ 30 / 24/ 18 / 12 मीटर का नामकरण का न होना। 7 एक्स वेलफेयर टीम की ओर से इसके लिए निवेदन करता है की क्यों ना इन रास्तो को भी इनका एक नाम दे दिया जाय।
इतिहास में कई महान योद्धा,विद्वानों, फ्रीडम फाइटर, वैज्ञानिक, डॉक्टर्स,पत्रकार, इंजीनियर, प्रशासनिक अधिकारी, लीडर्स, कार्यकर्ता हुए है जो गुमनामी में खो गए है, उन्हें भी सड़कों के नामकरण में स्थान मिले तो लोगों व बच्चों में भी उनके बारे में जानने की रुचि बढ़ेगी, जिसके वो हक़दार थे। इस मुहिम की शुरुआत हमारे देश के प्रथम सीडीएस श्री बिपिन रावत जी के नाम से सेक्टर 74/75/76/77 के चौराहे/मार्ग को सुसज्जित कर की जाए। साथ ही साथ कोरोना लॉक डाउन के कठिन समय में भी कई अभियान शुरू हुए जैसे कि मील्स न व्हील्स, रोटी बैंक इत्यादि, जिनका बाक़ी सड़कों के नामकरण करते समय इन पर भी ध्यान दिया जा सकता है। जिससे नोयडा के इन रास्तों के माध्याम से बच्चों की अभिरुचि बढेगी और तरह तरह के विषयों के बारे में ज्ञान अर्जित करने का मौका मिलेगा।