Sonu Sood के नाम पर मांगे जा रहे हैं Migrants से पैसे, एक्टर ने ट्वीट कर श्रमिकों से कही ये बात
नई दिल्ली. लॉकडाउन में माइग्रेंट्स के लिए मसीहा बने सोनू सूद (Sonu Sood) की मेहनत पर पानी फेरने वालों की कमी नहीं है. सोनू सूद के नाम पर माइग्रेंट्स से पैसे लिए जा रहे हैं और उन्हें बदले में धोखा मिल रहा है. सोनू सूद ने ट्विटर पर एक मैसेज कर माइग्रेंट्स को आगाह किया है कि वह किसी भी तरह के लेन देन या पैसे किसी को न दें. उनकी ओर से की जा रही मदद निशुल्क है और इसमें पैसे देने की जरूरत नहीं है. दरअसल सोनू को ये शिकायत मिली थी कि कुछ लोग उनके नाम पर मजदूरों से पैसे मांग रहे हैं.
माइग्रेंट्स को घर भेजने में मदद करने के लिए सोनू सूद की जहां हर ओर तारफी हो रही है, वहीं कुछ लोग इस मौके का फायदा उठाने से भी नहीं चूक रहे. सोनू ने ऐसे लोगों से बचने के लिए चेताया है. सोनू ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि, दोस्तों, जो भी सेवा हम श्रमिकों के लिए कर रहें हैं वो बिल्कुल निःशुल्क है. आपसे अगर कोई भी व्यक्ति मेरा नाम लेकर पैसे मांगे तो मना कर दीजिए और तुरंत हमें या करीबी पुलिस अफसर को रिपोर्ट कीजिए.
बता दें कि सोनू सूद लॉकडाउन में माइग्रेंट्स की मदद के लिए दिन-रात लगे हुए हैं. खास बात ये है कि उनके मदद करने का अंदाज और लिखने का व्यवहारिक तरीका हर किसी के दिल को छू जा रहा है. हाल ही में एक माइग्रेंट्स की मदद में उन्होंने दिल छू लेने वाला जवाब देते हुए लिखा कि गांव तो सब जाएंगे. और पैदल .. कभी नहीं.
सोनू सूद की मदद के बदले धन्यवाद देने वालों का जहां क्रम खत्म नहीं हो रहा वहीं, मजाकिया अंदाज में भी लोग मदद मांगते नजर आ रहे हैं. हालांकि इन ट्वीट्स का जवाब भी सोनू बेहद मजाकिया अंदाज में ही देते हैं. हाल ही में एक क्यूट सी बच्ची ने अपने पापा के सिखाए तरीके से सोनू से अपनी मम्मी को नानी के घर भेजने की मदद मांगी. इस क्यूट बच्ची का एक्सप्रेशन और मदद मांगने का मजाकिया अंदाज सोनू के दिल को भी छू गया और उन्होंने उसके वीडियो पर बहुत ही फनी जवाब देते हुए लिखा कि, ‘ये बहुत ही चैलेंजिंग है. मैं अपनी पूरी बेस्ट कोशिश करूंगा.’
बता दें कि सोनू सूद ने माइग्रेंट्स की मदद के लिए हेल्पलाइन 18001213711 और वॉट्सऐप नंबर जारी किया है. माइग्रेंट्स इस नंबर के जरिये सीधे मदद मांग सकते हैं और ठगी से बच सकते हैं. वहीं, सोनू सूद ने महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी से मुलाकात की है और राज्यपाल को प्रवासियों को घर भेजने और खाना खिलाने के बारे में जानकारी दी है.