स्टांप वेंडर कर रहे अवैध उगाही, जिला प्रशासन की समझाइश का नहीं हुआ असर
बिलासपुर/ अनिश गंधर्व. जिला कोर्ट परिसर, रजिस्ट्री कार्यालय के आसपास बैठने वाले स्टांप वेंडर आम लोगों से जमकर अवैध वसूली कर रहे हैं। बीते दिनों कार्यालय कलेक्टर के अधिकारियों ने दबिश देकर अवैध उगाही करने वालों वेंडरों को चेतावनी भी दी थी। किंतु इसके बाद भी कोर्ट, तहसील और रजिस्ट्री कार्यालय में अंगत की पैर की तरह कब्जा जमाये बैठे स्टांप वेंडर जमकर मनमानी कर रहे हंै। न्यायधानी बिलासपुर में हो रहे अवैध उगाही से आम जनता के साथ साथ वकीलों को भी परेशानी हो रही है। जमीनों खरीदी बिक्री व अन्य दस्तावेज तैयार करने का दावा करने वाले स्टांप वेंडर आम लोगों को जमकर लूट रहे हैं। 50 रुपए का स्टांप 70 रुपए में और 10 रु का स्टांप सीधे 20 से 30 रुपए में बेचा जा रहा है। इन वेंडरों को स्टांप खरीदी में जिला प्रशासन द्वारा छूट दी जाती है ताकि सहीं दाम में लोगों को स्टांप टिकिट मिल सके। सरकारी काम के अलावा कोर्ट कचहरी में स्टांप पेपर के माध्यम से महत्वपूर्ण दस्तावेज तैयार किया जाता है। इधर वेंडर स्टाक की जानकारी नहीं देते बल्कि सार्टेज बताकर बताकर कोर्ट कचहरी के चक्कर में फंसे लोगों से लूट खसोट करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोगों को अच्छा वकील व अन्य दस्तावेत तैयार कराने झांसा देकर स्टांप वेंडर खुलेआम उगाही कर रहे हैं। वर्षों से जिला कोर्ट परिसर, तहसील और रजिस्ट्री कार्यालय के आसपास बैठने वाले इन वेंडरों की काली करतूत की जानकारी जिला प्रशासन के आला अधिकारियों को भी है। जनहित में जिला प्रशासन व बार के आला अधिकारियों को लूट खसोट करने वाले दलाल वेंडरों को बाहर का रास्ता दिखाने की जरुरत है।