राज्य हज कमेटी ने संभाग के हज यात्रियों को बिलासपुर में दिया प्रशिक्षण
हज के दौरान किस तरह से आराकान पूरे किए जाने हैं क्या ले जाना है,और क्या नहीं करना है दी गई जानकारी
बिलासपुर. हज्जे बैतुल्लाह जाने वाले जायरीनों को हर साल की तरह राज्य हज कमेटी द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हज के दौरान हज यात्रियों को किस तरह से अराकान पूरे किए जाने हैं,कब-कब कहां-कहां किस तरह की सावधानी बरतनी है, कहां-कहां क्या सुविधाएं मिलेंगी, कितने दिनों कहां रुकना ठहरना है। सारी बातें प्रशिक्षण के दौरान हज यात्रियों को बताई गई।राज्य में हज ट्रेनिंग प्रोग्राम के दूसरे दिन बिलासपुर संभाग के बिलासपुर, जांजगीर चांपा,मुंगेली, पेंड्रा गौरेला मरवाही,सक्ति,कोरबा और रायगढ़ के लगभग 122 हाजी और हज्जनों के लिए बिलासपुर के स्वर्गीय लखीराम अग्रवाल ऑडिटोरियम में रविवार को हज ट्रेनिंग कार्यक्रम रखा गया। यहां हज कमेटी रायपुर से आए हुए ट्रेनर डॉक्टर कारी इमरान साहब सदस्य छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी, हाजी रज्जाक साहब सदस्य छत्तीसगढ़ राज्य हज कमेटी,मोहम्मद रिफत अली और मोहम्मद हासिर ने ट्रेनिंग के दौरान बताया की हरम शरीफ में हज के दौरान उन्हें क्या-क्या करना होगा। उन्हें बताया गया कि एयरपोर्ट में अहराम कैसे और किस जगह बांधना है। फ्लाइट के अंदर जद्दा पहुंचने से पहले यलमलम में ही उमरा और हज के लिए किस तरह से नियत करनी है बताया गया। एडमिन ट्रेनिंग के तहत हाजी हजजनों को जानकारी दी गई कि पहले हाजियों को रियाल सऊदी अरब में मिलता था मगर अब वह सुविधा वहां बंद कर दी गई है। अब भारत में एसबीआई बैंक से हज कमेटी का एग्रीमेंट है किसी भी एसबीआई बैंक की प्रमुख शाखा से 15 सौ रियाल, और 50 हज़ार रुपए इंडियन करेंसी के साथ प्रति हाजी को हज की यात्रा करनी है। उन्होंने बताया कि फॉरेक्स कार्ड भी एसबीआई से प्राप्त किया जा सकता है। सिम कार्ड को 2 महीने के लिए इंटरनेशनल रोमिंग कराने की जानकारी दी गई। किचन की फैसिलिटी मक्का मे दिए जाने की जानकारी दी गई। 5 दिनों के मीना, मुजदलफ़ा,अराफात और जमारात में मेट्रो की फैसिलिटी उपलब्ध रहेगी। प्रत्येक हज यात्री 20-20 किलो के दो बैग और 7 किलो का हैंडल बैग ले जा सकता है। उमरा में तवाफ्,सई और हलक के अरकान कैसे अदा करने हैं यहां बताया गया। हाजियों को ट्रेनिंग प्रोग्राम के दौरान ही आमंत्रित अतिथियों के द्वारा हज किट प्रदान किया गया, जिसमें हज के दौरान कहां क्या दुआ पढ़नी है ऑडियो और लिटरेचर उसमें उपलब्ध कराए गए हैं। पूरे कार्यक्रम के दौरान हाजियों के सहयोग के लिए बिलासपुर से आदम मेमन,सैयद अजहरुद्दीन, शमीम खान, सैयद मीर मेराम,बाबुल,सैयद अल्तमस, सैयद वारिस,अब्दुल लतीफ सहित अन्य लोग मौजूद रहे। हज ट्रेनिंग कार्यक्रम में अतिथि के रूप में वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष मिन्हाजुद्दीन, शहर विधायक शैलेश पांडेय, महापौर रामशरण यादव,अरपा बेसिन के उपाध्यक्ष अभय नारायण राय,जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रमोद नायक,जिला पंचायत बिलासपुर के अध्यक्ष अरुण सिंह चौहान, नगर निगम के सभापति शेख नजीरुद्दीन, जिला कांग्रेस के ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी,पार्षद शहजादी कुरैशी,एडवोकेट हमीदा सिद्दीकी, पार्षद एवं हज कमेटी सदस्य इमरान खान,उर्दू एकेडमी के सदस्य शाहिद कुरेशी,तखतपुर के पार्षद एवं सभापति मुकीम अंसारी,प्रदेश महिला कांग्रेस सचिव हमीदा बेगम, अकबर बक्शी,खालिद फरीदी सहित अन्य लोग यहां मौजूद रहे जिन्होंने हज यात्रा में जा रहे हज्जन हाजियों का दीदार कर उनसे हिंदुस्तान और यहां रहने वाले तमाम लोगों के हक में दुआ करने की गुजारिश की।साथ ही सुरक्षित तरीके हज यात्रा कर वापस लौटने की भी अल्लाह पाक से दुआ की। मालूम हो कि इस बार छत्तीसगढ़ से हाजिर जाने के लिए ऑनलाइन 1232 लोगों ने आवेदन किया था जिसमें से वेटिंग लिस्ट को मिलाकर 692 हज यात्री हज में जा रहे हैं छत्तीसगढ़ हज कमेटी के इतिहास में यह पहली बार हो रहा है कि 692 हज यात्री हाजी जा रहे हैं पहले लॉटरी में ही 649 लोगों का चयन हो गया था जिनमें से 56 लोगों ने कैंसिल कर दिया टोटल अब 692 हज यात्री हज की तैयारी कर चुके हैं जिन्हें अलग-अलग संभाग में जाकर राज्य हज कमेटी के अध्यक्ष असलम खान और उनकी टीम के द्वारा हज यात्रियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है छत्तीसगढ़ के यात्रियों ने ऑनलाइन ऑप्शन में 97 फ़ीसदी लोगों ने एंबार केशन पॉइंट नागपुर का चयन किया था जबकि 3 फ़ीसदी फौजियों ने मुंबई से मक्का मदीने जाने के लिए अपनी पसंद बताई थी मुंबई और नागपुर में ₹67000 का यात्रा नागपुर का महंगा है यानी मुंबई से जो हज यात्री यात्रा कर रहे हैं उन्हें ₹67000 नागपुर की बजाय सस्ता पड़ रहा है यह सारी व्यवस्था सेंट्रल हज कमेटी की तरफ से बनाई गई है जिसमें राज्य हज कमेटी का दूर-दूर से वास्ता नहीं है।प्रशिक्षण के दौरान मुस्लिम समुदाय के अलावा शहर और जिले के गणमान्य नागरिक भी मौजूद रहे।