Lockdown का अजीब विरोध : France के प्रधानमंत्री Jean Castex को Ladies Underwear भेज रहे हैं दुकानदार


पेरिस. कोरोना (Coronavirus) संकट के बीच फ्रांस (France) के प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स (Jean Castex) इन दिनों एक अजीब समस्या को लेकर परेशान हैं. उन्हें हर रोज मेल के जरिए महिलाओं के अंडरवियर (Ladies Underwear) मिल रहे हैं. पिछले कुछ दिनों से ये सिलसिला जारी है और प्रधानमंत्री चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को हर दिन कोई न कोई मेल ऐसा मिलता है, जिसमें महिलाओं के अंडरगारमेंट्स होते हैं और साथ में एक चिट्ठी. इस चिट्ठी में पीएम से जल्द से जल्द बाजार खोलने की अपील की गई होती है.

कई हिस्सों में लगा है Lockdown
CNN की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री जीन कैस्टेक्स को ये अंडरवियर लॉन्जरी स्टोर मालिक (Lingerie Store Owners) भेज रहे हैं, जिनके आउटलेट्स को महामारी के कारण बंद कर दिया गया है. बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखते हुए फ्रांस के कई हिस्सों में कड़ा लॉकडाउन (Lockdown) लगाया गया है. सरकार ने न केवल लोगों के घरों से बाहर निकलने पर रोक लगाई है, बल्कि जरूरी समान को छोड़कर सभी दुकानों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. इसी बात को लेकर लॉन्जरी स्टोर मालिक पीएम से नाराज हैं.

Viral हो रहा विरोध का ये तरीका
सोशल मीडिया पर विरोध का ये अजीब तरीका वायरल हो रहा है.ऐसी तस्वीरें शेयर की जा रही हैं, जिसमें फ्रांसीसी पीएम को लिखी चिट्ठी के साथ महिलाओं की अंडरवियर दिखाई दे रहे हैं. इन पत्रों में प्रधानमंत्री कैस्टेक्स ने दुकानों और आउटलेट्स को जल्द से जल्द खोलने की मांग की गई है. इस विरोध का नेतृत्व एक्शन क्यूलोटी (Action Culottée) नामक एक संगठन कर रहा है.

200 Retailers ने लिया हिस्सा
लियोन में सिल्वेट लॉन्जरी स्टोर के मालिक नथाली पारेडेस ने बताया कि हमारे विरोध प्रदर्शन में लॉन्जरी के 200 रिटेलर्स ने हिस्सा लिया है. हर किसी को विरोध स्वरूप पीएम को महिलाओं के अंडरवियर भेजने को कहा गया है. इसका मतलब है कि जीन कैस्टेक्स के ऑफिस को अब तक कुल 200 पैंटी भेजी गईं हैं. उन्होंने आगे कहा कि हर पैकेज के साथ क्यूलोटी ने एक पत्र भी प्रधानमंत्री को भेजा जा रहा है, जिसमें उनसे लॉकडाउन खत्म करने की मांग की गई है, ताकि लोगों को आर्थिक संकट का सामना न करना पड़े.

Government पर भेदभाव का आरोप
एक्शन क्यूलोटी का कहना है कि सरकार ने लॉन्जरी स्टोर को अत्यावश्यक सेवाओं से बाहर रखा है, जबकि फूल विक्रेता, बुकसेलर्स, हेयरड्रेसर और रिकॉर्ड की दुकानों को आवश्यक व्यवसायों के रूप में वर्गीकृत किया गया है. जो हमारे साथ अन्याय है. यह लोगों की स्वच्छता और सुरक्षा का सवाल है. हम सरकार से अपील करते हैं कि या तो लॉकडाउन को खत्म किया जाए या फिर लॉन्जरी स्टोर्स को भी आवश्यक व्यवसाय माना जाए. सरकार के इस अन्यायपूर्ण फैसले एके वजह से दुकानदारों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है.

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