August 24, 2025
पुस्तकों के अभाव में स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो रही – कांग्रेस
रायपुर। स्कूलों में अभी तक पुस्तकें नहीं पहुंची है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि पुस्तकों के अभाव में स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो पा रही है। बच्चे, पालक और शिक्षक सभी परेशान है। तिमाही परीक्षायें शुरू होने का समय आ गया है। बिना किताबों के और बिना कोर्स को पूरा किये बच्चे परीक्षा कैसे देंगे? सरकार की प्राथमिकता में बच्चों की पढ़ाई है ही नहीं। 25 सालों में ऐसा पहली बार हुआ है कि स्कूल खुलने के ढाई महिनें बाद तक बच्चों तक पुस्तकें नहीं पहुंची है। उल्लेखनीय है कि स्कूल खुलने से कल तक यह विभाग स्वयं मुख्यमंत्री के पास था।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि दो माह हो चुके हैं स्कूल खुले, लेकिन अब तक यह सरकार बच्चों को किताब वितरित नहीं कर पाई है। इस सरकार के सरकारी सिस्टम में खामियों की सजा पूरे प्रदेश के बच्चे और शिक्षक भोगने मजबूर हैं। किताबें गोदाम में पड़ी खराब हो रही हैं और बच्चों के स्कूल बैग खाली हैं। स्कूलों में किताबों का पीडीएफ भेजा गया है, पीडीएफ से पढ़ा पाना शिक्षकों के लिए संभव नहीं है। भाजपा सरकार का फोकस शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने बिल्कुल नहीं है, यही कारण है कि अब तक बच्चों को ना किताब मिल पाया है, न गणवेश, साइकिल वितरण योजना तो इस सरकार में पूरी तरह से बंद हो गया है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि बिना अपनी व्यवस्था सुधारे यह सरकार नए-नए तुगलकी प्रयोग करती है। क्यूआर कोड स्कैन करने का बहाना बनाकर किताब वितरण का काम रोक दिया गया है। तिमाही परीक्षा का समय आ चुका है लेकिन पाठ्य पुस्तक का वितरण अब तक छात्रों को नहीं किया जा सका है। पिछले सत्र के दौरान भी लगातार यह शिकायत आयी थी कि उसी सत्र की किताबें कबाड़ की दुकान और कागज गलाने के कारखानो तक पहुंच गए, वर्तमान सत्र में भी यही हाल है स्कूल खुलने से पहले ही जो किताबें बच्चों के स्कूली बैग में होने चाहिए थे, कमीशन खोरी और भ्रष्टाचार के चलते कबाड़ की दुकानों में पहुंचना शुरू हो गया, सरकार में बैठे लोग मोटे कमीशन के लालच में सरकारी शिक्षा व्यवस्था को ही ध्वस्त करने में तुले हैं।