एक श्रेष्ठ पत्रकार और साहित्यकार थे – स्वराज प्रसाद त्रिवेदी : डाॅ पाठक
पंडित स्वराज प्रसाद त्रिवेदी की जयंती मनाई गई
बिलासपुर. प्रयास प्रकाशन साहित्य अकादमी बिलासपुर द्वारा छत्तीसगढ़ के साहित्यिक पत्रकारिता के पुरोधा पंडित स्वराज प्रसाद त्रिवेदी जी की जयंती डाॅ विनय कुमार पाठक पूर्व अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग एवं कुलपति थावे विद्यापीठ गोपालगंज बिहार के मुख्य आतिथ्य में डाॅ राघवेन्द्र कुमार दुबे राष्ट्रीय अध्यक्ष की अध्यक्षता एवं डाॅ कांति कुमार सिन्हा, डाॅ अरूण कुमार यदु, रमेश चन्द्र श्रीवास्तव के विशिष्ट आतिथ्य में विचार एवं काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ विनय कुमार पाठक ने कहा कि “पंडित त्रिवेदी जी एक पत्रकार एवं स्वतंत्रता सेनानी होने के साथ-साथ साहित्यकार भी थे उन्होंने साहित्य की विभिन्न विधाओं पर अपनी लेखनी का प्रयोग किया। पंडित त्रिवेदी जी को छत्तीसगढ़ के प्रथम दैनिक समाचार पत्र का संपादक होने का श्रेय प्राप्त है । वर्ष 1951 में उन्होंने छत्तीसगढ़ के प्रथम दैनिक समाचार पत्र महाकोशल का संपादन किया था।
पंडित स्वराज प्रसाद त्रिवेदी पर शोध कार्य करने वाले डॉ. क्रांति कुमार सिन्हा ने अत्यंत सहज सरल स्वभाव के पंडित त्रिवेदी जी के साहित्यिक अवदान पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि त्रिवेदी जी की कविताओं में प्रखर राष्ट्रवाद झलकता है ….
“बलि पथ का इतिहास बनेगा, मारकर जो नक्षत्र हुए हैं
उनका ही आकाश बनेगा,।“
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डाॅ अरूण कुमार यदु ने उनके साहित्यिक अवदान एवं विभिन्न आंदोलनों की जानकारी देते हुए कहा कि “नवीन राज्य छत्तीसगढ़ के स्थापना दिवस के अवसर पर पं.त्रिवेदी जी द्वारा रचित कुछ पंक्तियां इस प्रकार है..“ अमीर धरती के वासी अब गरीब ना रह पायें,निर्धनता-शोषण की धारा यहां न पल भर बह पायें ।“ अध्यक्षीय उदबोधन में डाॅ राघवेन्द्र दुबे ने कहा कि “ पत्रकारिता के साथ-साथ पंडित त्रिवेदी जी ने साहित्य जगत में काव्य सृजन के साथ-साथ नाटक एवं कहानी लेखन भी किया है । इनकी प्रमुख रचनाओं में “बरसों बाद भी” “भूख” “भाषण के पौधे हारियाये” कनेर के फूल, खंडकाव्य वीर हरदौल एवं तीसरा किनारा प्रमुख है।“ इस अवसर पर रमेश चन्द्र श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किये । कार्यक्रम का संचालन डाॅ विवेक तिवारी ने किया ।आभार प्रदर्शन शत्रुघन जैसवानी ने किया । इस अवसर पर अंजनी कुमार तिवारी सुधाकर,राम निहोरा राजपूत, आशीष श्रीवास,शीतल प्रसाद पाटनवार, राम कुमार श्रीवास आदि पदाधिकारी एवं सदस्यगण उपस्थित थे ।