May 9, 2020
जिस तरह से चाहो बजाओ इस देश में आदमी नहीं हम झुनझुनें हैं, साहेब मजदूर जो हैं!!

विषम से विषम परिस्थितियों में भी मजबूती से खड़े रहने वाला यह वर्ग अपनें जीवन के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है “कोरोना वायरस ” अमीर और गरीब मे फ़र्क न करें लेकिन व्यवस्था एवं इनके परिवाहन पर केन्द्र सरकार की नीति जरूर फर्क करतीं दिखाई दे रही हैं जीवन संघर्ष का दूसरा नाम