नोयडा. तपतपाती धूम में जब सब घर पे वातानुकूलित कमरे में आराम कर रहे होते है तब 7एक्स वेलफेयर टीम , ट्रैफिक वालंटियर्स के साथ मिलकर और नोएडा ट्रैफिक पुलिस के सहयोग के साथ किसी चैराहे और रस्ते पर लोगो को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियम के प्रति जागरूक कर रहे होते है। ये
नोएडा. तपतपाती धूप में जब लोग घर मे बैठ के आराम कर रहे है,ऐसे समय 7X वेलफेयर टीम और नोयडा ट्रैफिक पुलिस लगातार हर सप्ताह सड़क पे लोगो को यातायात नियम के प्रति जागरूक कर रहे है। ऐसे तेज धूप में आज ट्रैफिक वालंटियर्स , 7X वेलफेयर टीम और ट्रैफिक पुलिस ने सेक्टर 51 होशियारपुर
“मैं कोई मूक दर्शक नहीं हूं, मैं संघर्ष का हिस्सा हूं। इसके लिए मैं कोई भी कीमत चुकाने के लिए तैयार हूं, कुछ भी कीमत।” “चर्च अपने गिरेबान में झांके और देखें कि किस तरह वह काम करता है। हम अगर गरीबों के लिए काम कर रहें है, तो हमें गरीबों की तरह और गरीबों
रायपुर.“आप टेंशन मत लो। आप जैसा सोचोगे वैसा आपके साथ होगा। आराम से फ्री-माइंड होकर इन्जॉय करो। जल्द ही आप घर चले जाओगे। आपका दस दिन कम्प्लिट… और फिर आप घर पर नजर आओगे।” पढ़ने-सुनने में यह किसी मनोचिकित्सक और उसके मरीज के बीच की बातचीत लगती है। पर दरअसल यह एक अस्पताल कर्मचारी और
(आलेख : बादल सरोज) इतिहास के साथ एक सुविधा है, इसे आराम से देखा जा सकता है। दुविधा यह है कि दीवार पर लटकी तस्वीरों को बदलकर इसे बदला नहीं जा सकता। इतिहास हमेशा मैक्रो रूप में होता है, एक सूर्य के दीप्तिमान पिंड पुंज की तरह। इसे नैनो या माइक्रो करके नहीं देखा जा