29 अगस्त की तारीख में देश-दुनिया के इतिहास में कई अहम घटनाएं दर्ज हैं। भारत के संदर्भ में देखा जाए तो तीन महान हस्तियों का जन्म इसी तारीख को हुआ था। देश-दुनिया में भारत का नाम रोशन करने वाले महान हॉकी खिलाड़ी ध्यानचंद का जन्म इसी दिन 1905 में हुआ था। 29 अगस्त की तारीख
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट फैंस मिस्बाह-उल-हक (Misbah-ul-Haq) को अकसर इसलिए याद करते हैं क्योंकि साल 2007 की आईसीसी वर्ल्ड टी-20 के फाइनल मुकाबले में उन्होंने टीम इंडिया की धड़कने थोड़ी देर के लिए रोक दी थी. लेकिन भारत के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के एक फैसले ने मिस्बाह के तूफान पर लगाम लगा दी थी. मिस्बाह के
नई दिल्ली. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) आज 58 साल के हो गए हैं, ये क्रिकेट के वो महारथी हैं जो किसी पहचान के मोहताज नहीं, 80 के दशक में वो एक बेहतरीन क्रिकेटर के तौर पर जाने जाते थे. 1990 और 2000 के दशक में उन्होंने कमेंटेटर की भूमिका निभाई. वो अकसर अपनी शानदार आवाज से दुनिया
नई दिल्ली.डेनिस कॉम्पटन (Denis Compton) इंग्लैंड के महानत क्रिकेटर्स में से एक हैं. उन्होंने साल 1937 से 1957 के बीच इंग्लिश टीम के लिए 78 टेस्ट मैचों में शिरकत की. डेनिस की शख्सियत लाजवाब थी, अपने हुनर के दम पर वो द्वितीय विश्व युद्ध के बाद इंग्लैंड के हीरो बन गए थे. उन्होंने टेस्ट क्रिकेट
नई दिल्ली. वनडे मुकाबलों में क्रिकेट फैंस को उम्मीद रहते ही कि उनके पसंदीदा बल्लेबाज एक बड़ा स्कोर बनाएं, शतक से कम कोई भी डिमांड नहीं करता. हम बात कर रहे हैं उस दौर की जब वनडे क्रिकेट में 150 से ज्यादा का निजी स्कोर बना पाना किसी भी बल्लेबाज के लिए बेहद मुश्किल होता था.
नई दिल्ली. अंजुम चोपड़ा (Anjum Chopra) क्रिकेट की दुनिया में जाना पहचाना नाम है, आज 43 साल की हो गई हैं. जिंदगी में उन्होंने अपनी काबिलियत के दम पर काफी शोहरत हासिल की है. वो 4 बार महिला वनडे वर्ल्ड कप और 2 बार महिला टी-20 वर्ल्ड कप में हिस्सा ले चुकी है. 12 फरवरी 1995 को
नई दिल्ली. मौजूदा दौर में टी-20 जैसी फटाफट क्रिकेट का जलवा है, लेकिन ये यकीन कर पाना बेहद मुश्किल है कि आज से ठीक 72 साल पहले किसी टीम ने एक दिन में इतनी तेजी से रन बनाए थे, जिसको देखकर हर कोई हैरान रह गया था. 15 मई 1948 में एसेक्स के साउथइंड सी के
नई दिल्ली. हर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर का ख्वाब होता है कि वो अपने खेल में आला मुकाम हासिल करे, अगर अपनी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी की बात हो शायद ही कोई कदम पीछे हटाना चाहेगा. जिम्बाब्वे के ततेंदा तायबू (Tatenda Taibu) का ख्वाब भी कुछ ऐसा ही था. 19 जुलाई 2001 को जब उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए
नई दिल्ली. बॉक्सिंग को पसंद करने वाले फैंस ने मैनी पैक्वे (Manny Pacquiao) का नाम जरूर सुना होगा. फिलिपींस के 42 साल के पैक्वे को उनके देश में एक जीती-जागती हस्ती माना जाता है. पैक्वे वर्ल्ड चैंपियनशिप के अलग-अलग भार वर्ग के कई मुकाबलों में जीत हासिल कर चुके हैं. पैक्वे राजनीति से भी जुड़े
नई दिल्ली. वर्ल्ड कप क्रिकेट का नाम सुनते ही हमारे जेहन में अकसर कुछ बेहतरीन खिलाड़ियों के नाम आते हैं, ये ज्यादातर ऐसी टीम्स से होते हैं जिन्हें तकनीकी रूप से मजबूत या कामयाब समझा जाता है. लेकिन कई बार ऐसे भी मौके आए हैं जब किसी कमजोर टीम, या फिर एक अंजान खिलाड़ी ने वो
नई दिल्ली. ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी माइकल वेबन (Michael Bevan) आज 50 साल के हो चुके हैं. उन्होंने क्रिकेट की दुनिया में काफी शोहरत हासिल की थी. इसकी वजह थी उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी. वो अकसर मध्य क्रम के आखिर में बैटिंग करने आते थे. पिच पर कदम रखते ही विपक्षी गेंदबाजों के होश
नई दिल्ली. भारत के हर क्रिकेट फैन ने दिलीप ट्रॉफी का नाम जरूर सुना होगा. ये प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट भारत में आयोजित किया जाता है. भारतीय मूल के ब्रिटिश क्रिकेटर कुमार श्री दिलीप सिंह जी (Duleepsinhji) के नाम पर इस ट्रॉफी का नाम रखा गया है. दलीप सिंह का जन्म भारत के नवानगर में हुआ था लेकिन उन्हें
नई दिल्ली. ब्रायन लारा (Brian Lara) आज 51 साल के हो गए हैं. लारा अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे. इस कैरिबियाई खिलाड़ी के नाम टेस्ट क्रिकेट में 11,953 और वनडे में 10,405 रन दर्ज हैं. लारा ने क्रिकेट की दुनिया में ऐसे रिकॉर्ड दर्ज किए हैं, जिन्हें आज तक कोई बल्लेबाज तोड़ नहीं पाया
नई दिल्ली. फॉर्मूला वन (Formula 1) को दुनिया के सबसे खतरनाक कार रेस में शुमार किया जाता है. यहां रफ्तार और तकनीक का बेजोड़ कॉम्बिनेशन देखने को मिलता है. कार की स्पीड कई दर्शकों की सांसें रोक देती है. एक छोटी सी गलती भी ड्राइवर की जान मुश्किल में डाल सकती है. भले ही ये रेस अपने
नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट टीम में कई सितारों ने अपनी चमक बिखेरी है. मौजूदा दौर में टीम इंडिया में विराट कोहली के बाद सबसे अहम बल्लेबाज अगर कोई है तो वो हैं ‘हिटमैन’ रोहित शर्मा (Rohit Sharma). उनका करियर काफी उतार चढ़ाव भरा रहा है. साल 2007 में उन्होंने वनडे टीम में एक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के
नई दिल्ली. शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काफी शोहरत कमाई है. इसके सबसे बड़ी वजह है उनकी तेज गेंदबाजी. अपने इसी हुनर की वजह से उन्होंने काफी सुर्खियां बटोरी थीं. 27 अप्रैल 2002 को उन्होंने 100.04 मील प्रति घंटे (161 किलोमीटर प्रति घंटे) की रफ्तार से लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में गेंद फेंकी
नई दिल्ली. जब 21 सदी के पहले दशक में टी-20 क्रिकेट दुनियाभर में अपने पैर पसार रहा था, ऐसे में भारत में उस लीग की शुरुआत हुई जिसने क्रिकेट के इतिहास को बदलकर रख दिया. जी हां, हम बात कर रहे हैं आईपीएल (IPL) की, एक ऐसा टूर्नामेंट जिसने शुरुआत से धमाका करना शुरु कर दिया. लोगों का
नई दिल्ली. क्रिकेट के खेल को पसंद करने वाला शायद ही कोई ऐसा शख्स होगा जो मुथैया मुरलीधरन (Muttiah Muralitharan) के नाम से वाकिफ नहीं होगा. जैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बल्लेबाजी के रिकॉर्ड देखें तो ज्यादातर मौके पर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम आता है, वहीं जब भी गेंदबाजी के कीर्तिमान की बात की जाती है तो आकंडों
नई दिल्ली. 1980 और 1990 के दशक में हर भारतीय क्रिकेट फैन मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) के नाम से वाकिफ था. उन्होंने टीम इंडिया (Team India) के लिए 39 टेस्ट मैच खेले हैं और 37.30 की औसत से 96 विकेट लिए है. इसके अलवा टेस्ट की 58 पारियों में 32.65 की औसत से 1600 रन बनाए है, जिसमें 1 शतक
आज से करीब 36 साल पहले भारत ने यूएई में इतिहास रच दिया था. 1984 को पहली बार एशिया कप (Asia Cup) क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया गया था. इसमें भारत के अलावा पाकिस्तान और श्रीलंका ने हिस्सा लिया था. ये टूर्नामेंट राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेला गया था, यानि हर टीम को बाकी सभी टीमों से टकराना