28 फरवरी को इसरो के प्रक्षेपण केंद्र से जो उपग्रह लांच किया गया है, उसमे नरेंद्र मोदी की तस्वीर भी भेजने का नमूना पेश करके इस बार तो प्रधानमंत्री की आत्ममुग्धता ने “आकाश ही सीमा है” के मुहावरे को भी पीछे छोड़ दिया। सारी सीमाओं को लांघ कर उसे सीधे अंतरिक्ष में पहुँचा दिया। अब
चेन्नई. रूसी अंतरिक्ष एजेंसी (Russian Space agency) के मुताबिक अंतरिक्ष में बड़ा हादसा टल गया. एजेंसी से जारी बयान में कहा गया है कि शुक्रवार को भारतीय सैटेलाइट कार्टोसैट (Cartosat 2F) और रूसी सैटेलाइट केनापुस (Kanopus) बेहद करीब आ गए थे. रूसी एजेंसी रॉसकोमोस (Roscosmos) ने अपने ट्वीट में कहा है कि दोनों सेटेलाइट के बीच की दूरी
चेन्नई. एक वेबिनार में इसरो (ISRO) का दिलचस्प वाकया सामने आया है. वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ.माइलस्वामी अन्नादुजराई (Dr. Mylswamy Annadujrai) ने रविवार को ये किस्सा बयान किया. दरअसल वर्ष 2011 में रूस की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ मिशन चंद्रयान -2 (Chandrayaan-2) पर काम हो रहा था, तभी उनके पीछे हटने की वजह से इसरो को अपनीयोजना में
नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए ताकतवर संचार उपग्रह जीसैट-30 (GSAT-30) को सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इसरो का GSAT-30 यूरोपियन हैवी रॉकेट एरियन-5 (Ariane-5) द्वारा शुक्रवार तड़के 2.35 मिनट पर छोड़ा गया, जोकि जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट में सफलतापूर्वक लॉन्च हुआ. इस तरह भारत ने इस साल यानि 2020 के पहले
नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) ने आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) से RISAT-2BR1 सैटेलाइट लॉन्च किया है. यह भारत के लिए दूसरी खुफिया आंख की तरह काम करेगा. आज दोपहर 3 बजकर 25 मिनट पर पीएसएलवी सी-48 रॉकेट के साथ इसे लॉन्च किया गया. आपको बता दें कि इस बार इसरो ने
नई दिल्ली. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो (ISRO) के लिए आज का दिन बेहद खास होने जा रहा है. इसरो आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) के श्रीहरिकोटा (Sriharikota) में मौजूद सतीश धवन स्पेस सेंटर के लॉन्चिंग पैड से दोपहर 3 बजकर 25 मिनट पर पीएसएलवी सी-48 रॉकेट के लॉन्च किया जाएगा. मंगलवार दोपहर बाद 4 बजकर 40 मिनट पर पीएसएलवी की
चेन्नई‡ आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा लॉन्च पैड से 27 नवंबर की सुबह 9.28 बजे भारत के पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (पीएसएलवी) रॉकेट से 14 उपग्रहों को सिर्फ 27 मिनट में अंतरिक्ष में भेजा जाएगा. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) अपने पीएसएलवी-एक्सएल वेरिएंट के साथ 14 उपग्रहों को अंतरिक्ष में स्थापित करेगा. इसमें मुख्यत: भारत का 1,625
रायपुर. आज दिनांक 30 जुलाई 2019 को राज्यसभा में शून्यकाल में बोलते हुये मोतीलाल वोरा सांसद ने इसरो वैज्ञानिकों के वेतन में कटौती के मामले को उठाते हुए कहा कि चन्द्रयान-2 की सफलता पर संपूर्ण देश इसरो वैज्ञानिकों को बधाई दे रहा है। किन्तु सरकार ने उन्हें वेतन कटौती का उपहार देकर चकित कर दिया
चेन्नई. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के सिवन ने रविवार को बताया कि रविवार शाम 6.43 बजे से चंद्रयान-2 लॉन्च करने की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. इस उल्टी गिनती के दौरान रॉकेट और अंतरिक्ष यान प्रणाली की जांच की जा रही है और रॉकेट के इंजन को शक्ति प्रदान करने के लिए
नई दिल्ली. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) ने चंद्रयान-2 के लॉन्च होने की नई तारीख का ऐलान कर दिया है. चंद्रयान-2 अब 22 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर लॉन्च किया जाएगा. बता दें कि इससे पहले सोमवार 15 जुलाई को चंद्रयान-2 को अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरनी थी, मगर तकनीकी खराबी के कारण इसे निरस्त कर दिया