भारत-रूस के संबंधों के इतिहास में 1971 में आज का दिन एक ऐसा दिन था, जिसने दोनो देशों के रिश्तों के स्वरूप को दशकों तक निर्धारित किया और तत्कालीन विश्व के समीकरण में आमूल परिवर्तन कर दक्षिण एशिया के देशों की विदेश नीति को प्रभावित किया। यह वह समय था, जब भारत के खिलाफ अमेरिका,
9 अगस्त को काकोरी कांड ने देश में युवाओं के भीतर ऊर्जा का संचार कर दिया था. महात्मा गाँधी के असहयोग आंदोलन को वापस लेने के बाद निराशा में डूबे भारतीयों के दिल में फिर से आंदोलन की चिंगारी जल उठी. आज़ादी के दीवाने जिनने काकोरी कांड से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में नया अध्याय लिख
भारत-रूस के संबंधों के इतिहास में 1971 में आज का दिन एक ऐसा दिन था, जिसने दोनो देशों के रिश्तों के स्वरूप को दशकों तक निर्धारित किया और तत्कालीन विश्व के समीकरण में आमूल परिवर्तन कर दक्षिण एशिया के देशों की विदेश नीति को प्रभावित किया। यह वह समय था, जब भारत के खिलाफ अमेरिका,