रायपुर. भाजपा के किसान आंदोलन की घोषणा पर तंज कसते हुये प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन और प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा पहले यह तो छत्तीसगढ़ के किसानों को बतायें कि यह आंदोलन दिल्ली में मोदी सरकार के किसान विरोधी काले कानूनों के खिलाफ है या
रायपुर. प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता मोहम्मद असलम ने कहा है कि दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को एक महीने से ज्यादा समय हो गया लेकिन केन्द्र सरकार आंदोलन को खत्म कराने अब तक कोई ठोस पहल नहीं कर सकी है। सरकार किसानों की मांग को लगातार नजरअंदाज कर विपक्ष को किसानों को बहकाने का
किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ देशव्यापी किसान आंदोलन में दिल्ली की सीमाओं पर डटकर अपनी शहादत देने वाले 35 से अधिक किसान साथियों को श्रद्धांजलि देने का काम कल छत्तीसगढ़ में देर रात तक होता रहा। कल रात को उनकी याद में मोमबत्तियां और दीये जलाए गए, जुलूस निकाले गए और सभाएं करके उनके संघर्षों
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और संयुक्त किसान मोर्चा के देशव्यापी आह्वान पर छत्तीसगढ़ में भी किसान आंदोलन के शहीदों के लिए सुबह से श्रद्धांजलि सभाओं का दौर जारी है और रात तक ये कार्यक्रम चलेंगे। छत्तीसगढ़ किसान सभा, आदिवासी एकता महासभा, राजनांदगांव जिला किसान संघ, हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति सहित छत्तीसगढ़ किसान
बिलासपुर. प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष अटल श्रीवास्तव ने किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए किसानों के भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस किसान विरोधी बिल वापस होने तक इस लड़ाई में किसान संगठनों के साथ है। प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल स्वयं किसान है और वे किसानों की हर लड़ाई में उनके
बिलासपुर. कांग्रेस द्वारा किसान आंदोलन का समर्थन करते हुए भारत बंद का समर्थन किया गया. जिला कांग्रेस कमेटी शहर के नेतृत्व में सभी ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र में बंद कराया रेलवे परिक्षेत्र बिलासपुर के कांग्रेस जनों द्वारा पार्षदों के नेतृत्व में तोरवा, बुधवारी बाजार, हेमू नगर, स्टेशन चौक, पुराना पावॅर हाउस से
बिलासपुर.8 दिसम्बर को किसान आंदोलन के समर्थन में तीनों कृषि काले कानून को वापस लेने भारत बंद का कांग्रेस कमेंटी ने समर्थन किया है। प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अभयनारायण ने जानकारी देते हुए बताया कि बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी शहर द्वारा कल बिलासपुर बंद कराया जायेगा। जिला अध्यक्ष प्रमोद नायक सभी व्यापारी संगठनों से मिलकर
नई दिल्ली. ऑल इंडिया टैक्सी यूनियन (All India Taxi Union) ने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर नए कृषि कानूनों (Agricultural Law) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers Protest) की मांगे नहीं मानी गई तो वे हड़ताल पर जाएंगे. यूनियन के अध्यक्ष बलवंत सिंह भुल्लर ने इसकी जानकारी दी . ‘देश भर के चालक
नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन जारी है. किसान दिल्ली-हरियाणा की सीमा सिंधु बॉर्डर और दिल्ली के निराकारी समागम मैदान में मौजूद हैं और अपनी मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों को देशभर से लोगों का समर्थन मिल रहा है. बॉलीवुड सेलेब्स भी किसानों को सपोर्ट कर रहे हैं. ऐसे
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के नए कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers Protest) ने शांतिपूर्ण धरने के लिए बुराड़ी के मैदान में जाने की सरकार की अपील खारिज कर दी है. किसानों ने कहा कि जब सरकार वोट मांगने के लिए लोगों के घर-घर जा सकती है तो किसानों से बात
नई दिल्ली. केंद्र सरकार के किसान कानून (Agricultural law) के खिलाफ पंजाब और हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आ रहे हैं. आंदोलनकारी किसानों (Farmers movement) को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए पुलिस जुट गई है. इसके लिए दिल्ली की सीमाओं को सील किसानों के लिए सील कर दिया गया है. दिल्ली में
रायपुर. मोदी सरकार के कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ देशव्यापी किसान आंदोलन और छत्तीसगढ़ के किसानों की मांगों के साथ एकजुटता जताते हुए छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन के सभी घटक संगठनों के नेताओं और कार्यकर्ता घड़ी चौक स्थित अंबेडकर प्रतिमा पर इकट्ठे हुए और प्रदर्शन किया। इस एकजुटता प्रदर्शन में जेएनयू से आये कुछ छात्र भी
रायपुर. भाजपा के किसान आंदोलन पर प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं अभनपुर विधायक धनेन्द्र साहू ने कहा है कि छत्तीसगढ प्रदेश को बीते 15 वर्षों से सत्ता संभाले पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह जी के कार्यकाल में किसान विरोधी नीति एवं फैसलों के चलते हर साल हजारों किसानों ने आत्महत्या की थी और अब वे किस मुंह से किसानों से
रायपुर.छत्तीसगढ़ में विकसित हो रहे साझे किसान आंदोलन से जुड़े 26 संगठनों ने केंद्र और राज्य सरकार की कृषि और किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ पांच प्रमुख मांगों को केंद्र में रखकर 10 जून को राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। गांव-गांव में ये प्रदर्शन फिजिकल डिस्टेंसिंग और कोविड-19 के प्रोटोकॉल को ध्यान में