एक किसी भी व्यक्ति या विचार का मूल्यांकन करने का सही तरीका उसे उसके देश-काल में – टाइम एंड स्पेस में – बांधकर समझना है। गांधी को समझना है, तो उन्हें भी उस समय की परिस्थितियों के साथ जोड़कर देखना होगा। गांधी की एक मुश्किल यह है कि उन्हें समग्रता में ही समझा जा सकता
बिलासपुर. आज भी सड़क हादसों में रोज किसी न किसी की जान जा रही है। धड़ल्ले से दौड़ते भारी वाहन बेलगाम होकर यमदूत बनकर सड़कों पर सफर कर रहे हैं । बुधवार को भी शहर के प्रमुख मार्ग की सड़क खून से लाल हो गई ।यदुनंदन नगर निवासी मंजू मिश्रा अपने रिश्तेदार युवक के साथ
किसी भी देश में आत्महत्या की दर उसके सामाजिक स्वास्थ्य का संकेतक होती है। हमारे देश में राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) इसके विश्वसनीय आंकड़ें उजागर करता है। लेकिन किसान आत्महत्याओं की बढ़ती खबरों के बीच मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के दबाव में तीन साल बाद एनसीआरबी ने ये आंकड़े सार्वजनिक किए हैं