Tag: कॉर्पोरेटपरस्त

जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए किसान सभा आदिवासी संघर्षों के साथ : पराते

पखांजुर (कांकेर). जल-जंगल-जमीन की रक्षा के लिए और भाजपा-कांग्रेस की कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ किसान सभा आदिवासियों के संघर्षों के साथ है। देशव्यापी किसान आंदोलन ने दिखा दिया है कि इस देश के किसान और आदिवासी इन किसान-मजदूर विरोधी नीतियों के खिलाफ लड़ सकते हैं और जीत भी सकते हैं और जनविरोधी सरकारों को

सीटू का चौथा सम्मेलन संपन्न : निजीकरण की नीतियों के खिलाफ लड़ने का आह्वान, शांतनु मरकाम अध्यक्ष, योगेश सोनी महासचिव निर्वाचित

भिलाई. मोदी सरकार की कॉर्पोरेटपरस्त और नवउदारवादी नीतियों के खिलाफ लड़ने और निजीकरण के खिलाफ संघर्ष में भिलाई क्षेत्र के असंगठित मजदूरों को बड़े पैमाने पर लामबंद करने के आह्वान के साथ हिंदुस्तान इस्पात ठेका श्रमिक यूनियन (सीटू) का चौथा सम्मेलन कल 3 अक्टूबर को सेक्टर-5 स्थित जाट भवन में संपन्न हुआ। सम्मेलन में 370

खाद में सब्सिडी : कंपनियों की तिजोरी भरने का ‘खेला’ – किसान सभा

रायपुर. “पहले खाद का भाव बढ़ाओ, फिर किसानों को राहत देने का दिखावा करो और सब्सिडी के नाम पर खाद कंपनियों की तिजोरी भरो। कॉर्पोरेटपरस्त मोदी सरकार का यह ‘खेला’ अब सबको समझ में आ रहा है। कोरोना महामारी के इस दौर में एक ओर जहां सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं को जुटाने के लिए फंड का

26-27 नवम्बर को दिल्ली चलो : किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ दो माह लंबा अभियान चलाएगी किसान सभा

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के देशव्यापी आह्वान पर छत्तीसगढ़ किसान सभा हाल ही में बनाये गए कॉर्पोरेटपरस्त और किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ दो माह लंबा अभियान चलाएगी। इस अभियान का समापन 26-27 नवम्बर को दिल्ली में आयोजित एक विशाल रैली से होगा, जिसमें छत्तीसगढ़ से भी हजारों किसान हिस्सा लेंगे। यह जानकारी

भारत बंद – छत्तीसगढ़ बंद’ के आह्वान को सफल करने पर माकपा ने जताया किसानों और आम जनता का आभार

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और छत्तीसगढ़ के किसान संगठनों द्वारा कॉर्पोरेटपरस्त, किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आहूत ‘भारत बंद -छत्तीसगढ़ बंद’ को सफल बनाने के लिए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने किसानों और आम जनता के प्रति आभार व्यक्त किया है। माकपा ने कहा है कि वह कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ किसानों के संघर्षों

किसान संगठनों के 25 सितम्बर ‘भारत बंद-छत्तीसगढ़ बंद’ के आह्वान का समर्थन किया वामपंथी पार्टियों ने

अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति और छत्तीसगढ़ के किसान संगठनों द्वारा कॉर्पोरेटपरस्त और  किसान विरोधी कानूनों के खिलाफ आहूत ‘भारत बंद -छत्तीसगढ़ बंद’ का प्रदेश की पांच वामपंथी पार्टियों, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, भाकपा, भाकपा (माले)-लिबरेशन, भाकपा (माले)-रेड स्टार और एसयूसीआई (सी) ने समर्थन किया है। आज यहां जारी एक बयान में संजय पराते, आरडीसीपी

कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने कहा : 25 को छत्तीसगढ़ बंद

संघ-भाजपा की मोदी सरकार द्वारा बनाये गए कॉर्पोरेटपरस्त कृषि विरोधी तीन कानूनों के खिलाफ छत्तीसगढ़ के बीस से ज्यादा किसान संगठनों ने 25 सितम्बर को ‘छत्तीसगढ़ बंद’ का आह्वान किया है और जनता के सभी तबकों, राजनैतिक दलों और संगठनों से खेती-किसानी, खाद्यान्न आत्मनिर्भरता और देश की संप्रभुता को बचाने के लिए इस आह्वान का

माकपा का देशव्यापी अभियान : मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ 25-26 को पूरे प्रदेश में होंगे प्रदर्शन

मोदी सरकार की जन विरोधी और कॉर्पोरेटपरस्त नीतियों के खिलाफ और कोरोना संकट के दौर में आम जनता को राहत देने की मांग पर मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी 25 और 26 अगस्त को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेगी। उल्लेखनीय है कि माकपा 20 अगस्त से 16 सूत्रीय मांगपत्र पर देशव्यापी अभियान चला रही है। इन मांगों
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