बिलासपुर/अनीश गंधर्व. पुराना बस स्टैंड और रेल्वे परिक्षेत्र में भिक्षा मांगने वाले भिक्षुक खुले आसमान के नीचे अपना जीवन यापन कर रहे हैं। मानसिक संतुलन खो चुके हैं, ये किसी की नहीं सुनते, सड़क की गंदगी को ही हवा महल समझते हैं और इन्हें किसी से कोई शिकायत भी नही है। संकट के इस दौर