बिलासपुर. दीपावली पर्व के आते ही तीसरी दुनिया के लोग शहर में निकल चुके हैं। गाजे-बाजे के साथ व्यापारियों के घरों और दुकानों में दस्तक देकर मनचाहा उपहार लेने के बाद उन्हें दुआएं देने का सिलसिला प्रारंभ हो चुका है। शहर के बड़े बाजारों में किन्नर समुदाय के लोग वर्षों से आ रहे हैं। दीपावली