बिलासपुर. सांसद अरुण साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ी साहित्य, पत्रकारिता और समाज सेवा के क्षेत्र में पद्मश्री पं श्यामलाल चतुर्वेदी ने अविस्मरणीय योगदान दिया। छत्तीसगढ़ी भाषा के विकास, उन्नयन के लिए उनके कार्य, व्यक्तित्व, कृतित्व का पीढ़ियों तक अनुकरण किया जाएगा। पं चतुर्वेदी जितने प्रखर लेखक थे, उतनी ही उनकी वाणी में बेबाकपन था। छत्तीसगढ़ी