बिलासपुर. नारी की समानता ही देश और समाज की प्रगति का आधार है । यह बिलकुल एक हकीकत है क्योंकि बिना नारी की प्रगति के समाज की प्रगति की कल्पना बेमानी है । हमारे समाज में कहा भी जाता है कि अगर एक पुरुष शिक्षित होता है तो सिर्फ एक ही व्यक्ति शिक्षित होता है,
(आलेख : बादल सरोज) मौजूदा समय विडम्बना का समय है। बिना किसी अतिशयोक्ति के कहा जाए तो; देश और समाज एक ऐसे वर्तमान से गुजर रहा है जिसमे प्राचीन और ताजे इतिहास में, अंग्रेजो की गुलामी से आजादी के लिए लड़ते लड़ते जो भी सकारात्मक उपलब्धि हासिल की गयी थी, वह दांव पर है। समाज
बिलासपुर. नारी की समानता ही देश और समाज की प्रगति का आधार है। यह बिलकुल एक हकीकत है क्यांकि बिना नारी की प्रगति के समाज की प्रगति की कल्पना बेमानी है। हमारे समाज में कहा भी जाता है कि अगर एक पुरुष शिक्षित होता है तो सिर्फ एक ही व्यक्ति शिक्षित होता है, लेकिन अगर