बिलासपुर. छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ की पारंपरिक व्यवस्था ” रोका-छेका ” को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है। जिसके तहत मवेशी पालकों को उनके मवेशियों को इतना व्यवस्थित और नियंत्रित रखने की समझाइश दी जा रही है जिससे वे किसानों की फसल को नुकसान न पहुंचा सकें। इसी के तहत आज कोटा ब्लाक के कंचनपुर