वर्धा. ओडिशा में भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा पारिवारिक जीवन का आदर्श प्रस्तुत करती है वहीं महाराष्ट्र में पंढरपुर की वारी लय और ताल के साथ एकात्म भाव को दर्शाती है. रथयात्रा और वारी भारत के यथार्थ को प्रस्तुत करतीं हैं. यह विचार महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने व्यक्त