प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों की सहायता के लिए बनाए गए हेल्पलाइन सेंटर : बढ़ते कोरोना संक्रमण की स्थिति में श्रमिकों एवं प्रवासी मजदूरों के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा की दृष्टि से जिले में हेल्पलाइन सेंटर संचालित किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए श्रमिकों और प्रवासी मजदूरों को किसी प्रकार की समस्या का सामना
रायपुर. केंद्र में मोदी सरकार की मजदूर-किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ प्रवासी मजदूरों और ग्रामीण गरीबों की समस्याओं को केंद्र में रखकर अखिल भारतीय किसान सभा देशव्यापी अभियान चलाएगी। छत्तीसगढ़ में यह अभियान आदिवासी एकता महासभा और मजदूर संगठन सीटू के साथ मिलकर चलाया जाएगा और 23 जुलाई को गांवों और मजदूर बस्तियों में प्रदर्शन
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही है । भारतीय रेलवे ने श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपने मिशन ‘’घर वापसी’’ को गति प्रदान करते हुये अधिक से
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए मिशन ‘’घर वापसी’’ के तहत श्रमिक स्पेशल गाड़ियों का परिचालन कर उनके गृह राज्य पहुंचाया जा रहा है। वाणिज्य विभाग द्वारा आईआरसीटीसी के माध्यम से मण्डल से गुजरने व समाप्त होने वाली सभी नामित
रायपुर.मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ गरीबों और प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को केंद्र में रखकर आम जनता को राहत देने की मांग करते हुए मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी सहित प्रदेश की पांच वामपंथी पार्टियां ने विरोध दिवस मनाया। इसके साथ ही वाम पार्टियों ने प्रदेश के क्वारंटाइन केंद्रों और राहत शिविरों में रखे
मोदी सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ गरीबों और प्रवासी मजदूरों की समस्याओं को केंद्र में रखकर प्रदेश की पांच वामपंथी पार्टियां 16 जून को विरोध दिवस मनाएगी। इसके साथ ही वाम पार्टियां प्रदेश के क्वारंटाइन केंद्रों और राहत शिविरों में रखे गए प्रवासी मजदूरों को पौष्टिक आहार देने, चिकित्सा सहित सभी बुनियादी मानवीय
बिलासपुर. राज्य के बाहर से वापस आने वाले प्रवासी मजदूरों में गर्भवती महिलाएं भी हैं। इन महिलाओं की देखभाल के लिये जिले के विकासखंड बिल्हा के ग्राम केसला में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिल्हा के अधीन पृथक क्वारेंटाईन सेंटर बनाया गया है। जहां गर्भवती महिलाओं की विशेष देखभाल के साथ-साथ उन्हें स्वच्छता और हाईजिन के लिये
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए मिशन ‘’घर वापसी’’ के तहत अधिक से अधिक संख्या में श्रमिक स्पेशल गाड़ियों का परिचालन कर श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया जा रहा है। लॉकडाउन के कठिन परिस्थिति में भी वाणिज्य विभाग द्वारा
बिलासपुर.कलेक्टर सारांश मित्तर ने बिल्हा एवं मस्तूरी में प्रवासी मजदूरों के लिए बनाये गये विभिन्न क्वारांटाइन सेंटर्स का निरीक्षण किया। इन सेंटर्स में भोजन, पानी शौचालय एवं अन्य व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने क्वारांटाइन सेंटर्स में रह रही गर्भवती महिलाओं का विशेष ध्यान रखने की हिदायत दी। कलेक्टर ने बिल्हा के
बिलासपुर.लाॅकडाउन के बाद अन्य प्रदेशों से आये हुये 26 हजार 698 प्रवासी मजदूर जिले में बनाये गये 706 क्वारेंटाईन सेंटरों में अपनी क्वारेंटाईन अवधि पूरी कर रहे हैं। वर्तमान में नगरीय क्षेत्रों के 33 क्वारेंटाईन सेंटरों में 1338 प्रवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के 673 सेंटरों में 25 हजार 360 प्रवासी क्वारेंटाईन हैं। इन मजदूरों को
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन द्वारा प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए श्रमिक स्पेशल गाडियाँ चलाई जा रही है। इन गाड़ियों के माध्यम से छत्तीसगढ़ के प्रवासी श्रमिकों की भी घर वापसी हो रही है | बिलासपुर, चांपा, रायपुर, रायगढ़ सहित विभिन्न स्टेशनों में रेलवे तथा राज्य प्रशासन
बिलासपुर.रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों के लिए मिशन ‘’घर वापसी’’ के तहत अधिक से अधिक संख्या में श्रमिक स्पेशल गाड़ियों का परिचालन कर श्रमिकों को उनके गृह राज्य पहुंचाया जा रहा है। बिलासपुर स्टेशन से प्रतिदिन 20-25 श्रमिक स्पेशल गाड़ियां गुजर रही
रायपुर.अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति से जुड़े देश के 300 से अधिक संगठनों ने कल 27 मई को गांव, गरीबों, किसानों और प्रवासी मजदूरों को राहत और सामाजिक सुरक्षा देने के मुद्दे पर देशव्यापी प्रदर्शन का आह्वान किया है। इस मुद्दे पर छत्तीसगढ़ में भी किसानों और दलित-आदिवासियों से जुड़े 25 से ज्यादा संगठन
बिलासपुर.रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही है। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपने मिशन ‘’घर वापसी’’ को गति प्रदान करते हुये अधिक से अधिक संख्या में गाड़ियों का
नई दिल्ली. बॉलीवुड के रॉबिनहुड के नाम से मशहूर हो चुके एक्टर सोनू सूद (Sonu Sood) ने बीते दिनों से अपनी दरियादिली दिखाकर हर देश वासी का दिल जीत चुके हैं. दरअसल सोनू सूद (Sonu Sood) इन दिनों उन लोगों की सहायता के लिए सड़क पर उतरे हैं जो पैदल अपने घर जा रहे थे. लेकिन प्रवासियों के
बिलासपुर. रेलवे प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के कारण विभिन्न स्थानों पर फंसे प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को विभिन्न स्थानों पर ले जाने के लिए लगातार श्रमिक स्पेशल ट्रेने चलाई जा रही है। भारतीय रेलवे द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के जरिए अपने मिशन ‘’घर वापसी’’ को गति प्रदान करते हुये अधिक से अधिक
रायपुर. पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह द्वारा प्रवासी मजदूरों के सम्बंध में की जा रही बयानबाजी को कांग्रेस ने घड़ियाली आंसू बताया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता और संचार विभाग के सदस्य सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह को मजदूरों की इतनी ही फिक्र होती तो वे कोरी बयानबाजी करने और बार्डर में
बिलासपुर.लॉकडाउन के बाद दूसरे प्रदेशों में काम करने के लिए गये प्रवासी मजदूर छत्तीसगढ़ सरकार की मदद से अपने नगर, गांव में वापस लौटकर बड़े प्रसन्न हैं। वे अपने क्षेत्र को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखने के लिए खुशी-खुशी क्वारांटाइन अवधि पूरी कर रहे हैं। शासन द्वारा दिये निर्देशों का पालन करते हुए स्थानीय निकाय
बलरामपुर. कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रभाव तथा जारी लॉकडाउन के कारण प्रवासी मजदूरों का अपने राज्यों की ओर वापसी का सिलसिला लगातार जारी है। छत्तीसगढ़ की सीमाएं विभिन्न राज्यों से जुड़ी है तथा मजदूर इन रास्तों से भी वापस लौट रहें हैं। मजदूरों को लम्बी दूरी की यात्राओं के दौरान कई कठिनाईयों का सामना करना
बिलासपुर.शहर के कई सामुदायिक भवन में प्रवासी मजदूरों को ठहराया गया है।जिन्हें सिर्फ भवन के अंदर तक ही सीमित रहना है।लेकिन जिम्मेदारों की लापरवाही के चलते यह मजदूर भवन के आसपास टहलते नजर आ रहे है।जिससे आसपास के लोगों में दहशत का माहौल है।क्योंकि यह सभी मजदूर हॉट स्पॉट वाले इलाकों से यहां पहुँचे है। शहर