Tag: प्राकृतिक आपदा

आपदा पीड़ितों को 28 लाख की आर्थिक मदद

रायपुर. राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जिला कलेक्टर के माध्यम से प्राकृतिक आपदा से पीड़ितों का राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत आर्थिक सहायता स्वीकृत की जाती है। जांजगीर चांपा जिले की तहसील पामगढ़ के ग्राम भदरा के श्री बोटलाल खूंटे की मृत्यु सांप काटने से होने पर, ग्राम सेमरिया

राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के प्रकरणों को सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ करें निराकृत : कलेक्टर

बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी.  प्राकृतिक आपदा दैवीय विपत्तियों, पानी में डूबने, खदान धसकने, बिजली गिरने, रसोई गैस फटने, विशेष जीव जन्तु के काटने से होने वाले मानवीय क्षति के लिए शासन द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 के अन्तर्गत सहायता राशि प्रदान की जाती है। जिला कार्यालय में स्थापित राहत शाखा इन प्रकरणों का निराकरण कर सहायता

प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हितग्राहियों को दी गई आर्थिक अनुदान की राशि

बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हितग्राहियों को राजस्व पुस्तक परिपत्र 6-4 में निहित प्रावधान अनुसार तत्काल आर्थिक अनुदान सहायता हेतु राज्य आपदा मोचन निधि मद से दैवीय विपत्तियों के अन्तर्गत कलेक्टर ने जिले के 40 हितग्राहियों को 1 करोड़ 60 लाख रूपये आर्थिक अनुदान राशि की स्वीकृति प्रदान की है। कलेक्टर ने तालाब

प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था के लिए नियंत्रण कक्ष स्थापित

बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था करने के लिए जिला/तहसील स्तर पर कलेक्टर  श्याम धावडे़ द्वारा सेल का गठन किया गया है। जिला स्तर पर गठित नियंत्रण कक्ष का दूरभाष नम्बर 07831-273000 है। जिला स्तर पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में अपर कलेक्टर  विजय कुमार कुजूर मोबाईल नम्बर 94252-31024 को नोडल अधिकारी,

पहुंचविहीन क्षेत्रों में पर्याप्त मात्रा में खाद्यान्न एवं दवाई उपलब्ध करायें : कलेक्टर

बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी.आगामी मानसून 2020 में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत के संबंध में कलेक्टर  श्याम धावड़े ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं। कलेक्टर ने बताया कि आगामी मानसून में प्राकृतिक आपदा से बचाव एवं राहत व्यवस्था करने के लिए राज्य/जिला/तहसील स्तर पर सेल तथा बाढ़ समिति का गठन किया गया है। बैठक

किसी को देखकर नजरें झुका लेने से भला सादगी का क्या ताल्लुक.!

प्राकृतिक आपदा एवं विकट संकट के समय पीड़ित लोगों के सहायतार्थ प्रधानमंत्री राहत कोष होंने के बावजूद “पी एम केयर” बनने की आवश्यकता क्यों पड़ी साहेब ?? सवाल आपकी नीति और नियत का है! प्रधानमंत्री राहत कोष में विपक्षी दलों का भी समावेश होता है इन्हें राहत कोष के आए एवं व्यय की जानकारी रहती
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