अनिल बेदाग़/ धर्मनगरी कुरुक्षेत्र प्राचीन काल से ही धर्म और अध्यात्म की नगरी रही है। धर्म और अध्यात्म की इस नगरी ने न केवल ऋषि-मुनियों, संतों और इतिहासकारों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है, बल्कि अब फिल्मकार भी धर्मनगरी कुरुक्षेत्र और ‘48 कोस’ की परिक्रमा को ध्यान में रखकर फिल्मों का निर्माण करने लगे