बलरामपुर/धीरेन्द्र कुमार द्विवेदी. शासन की महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना एक बहुआयामी प्रयास है, जिससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा अवसंरचना के विकास के साथ ही ग्रामों को आजीविका केन्द्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। गोठान में सामुदायिक बाड़ी विकास के माध्यम से बाड़ियों में सब्जियां तथा उद्यानिकी फसलें लगाई जा रही