वर्धा. पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एवं शिक्षाविद् प्रो. मुरली मनोहर जोशी ने आज शाम कहा कि अंग्रेजों के आने से पहले भारतीय गांव स्‍वायत्‍त रहा। रामायण काल में तो राजा और किसान के बीच घनिष्‍ठ संबंध का भी विवरण मिलता है। परंतु अंग्रेजों ने गांवों का उपयोग मात्र लगान वसूलने के लिए किया।