नई दिल्ली. मॉस्को (Moscow) में भारत (India) और चीन (China) के विदेश मंत्रियों के बीच करीब ढाई घंटे तक चली बातचीत के बावजूद दोनों देशों में तनाव अब भी गहरा बना हुआ है. दोनों देशों की सेनाएं लद्दाख में हथियार और गोला बारूद के साथ 300 मीटर की दूरी पर आमने- सामने खड़ी हुई हैं. इसी बीच
नई दिल्ली: चीन के साथ लद्दाख में चल रही तनातनी के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज अहम बैठक करने जा रहे हैं. रक्षा मंत्रालय में सुबह 11 बजे होने वाली इस बैठक में एनएसए अजित डोवल, सीडीएस जनरल बिपिन रावत और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल होंगे. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में सीमा पर भारतीय
दिल्ली. लद्दाख सीमा पर भारत को आंखे दिखा रहे चीन को एक ओर बड़ा झटका लगने जा रहा है. गुरुवार को देश का महाबली फाइटर जेट राफेल औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल हो जाएगा. इस मौके पर अंबाला में होने वाली सेरेमनी में शामिल होने के लिए फ्रांस की रक्षा मंत्री पार्ली अपने 80
वाशिंगटन. चीन (China) के साथ भारी तनाव के बीच भारत (India) ने एक और बड़ी जीत हासिल की है. उसे अमेरिका का खुलकर साथ मिलना शुरू हो गया है. ये खबर चीन के लिए झटके वाली है. अमेरिका के एक शीर्ष भारतीय-अमेरिकी सासंद ने भारत की सीमा पर चीन की हालिया अक्रामक गतिविधियों की निंदा करते हुए चीन
वाशिंगटन. भारत और चीन (India-China Tension) के बीच बढ़ते तनाव पर अमेरिका नजर रखे हुआ है. पूर्वी लद्दाख की गालवन घाटी (Galwan Valley) में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के कुछ घंटों बाद अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. इस बयान में कहा गया है कि वाशिंगटन वास्तविक नियंत्रण
नई दिल्ली. चीन (China) सालों से भारत (India) के खिलाफ चालबाजी करता आया है. उसके धोखे की लंबी फेहरिस्त है. भारत की बढ़ती ताकत और सामरिक शक्ति चीन को कभी रास नहीं आई है. मोदी सरकार के कार्यकाल में भारत ने चीन से लगने वाली सीमा के करीब काफी तेजी से इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाया है. यही बात
नई दिल्ली. भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने बयान को भारत ने खारिज कर दिया है. उच्च स्तरीय सूत्रों ने साफ किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच भारत चीन सीमा मसले पर कोई बातचीत नहीं हुई है. सूत्रों का