युवा अर्थात जवाबदारी। युवाओं को जवाबदारी का प्रतीक ऐसे ही नहीं माना गया है। अपार संभावनाओं का स्वामी युवा हर असंभव को संभव करने की शक्ति रखता है। संत कबीर दास जी का एक दोहा है – ज्यों तिल माहि तेल है, ज्यों चकमक में आग। तेरा साईं तुझ ही में है, जाग सके तो जाग।। “ज्यों तिल
मैं देख रहा हूं की आज युवा बहुत बुझा बुझा सा नजर आ रहा है। ये हताशा ठीक नहीं आक्रमकता जरुरी है। उस आक्रमकता की दिशा राजनीतिक नहीं बल्कि स्वयं से जुड़े मुद्दों के लिए होना चाहिए। आक्रमकता का हमें अपने हितों व समस्याओं के ध्यानाकर्षण के लिये उपयोग करना चाहिए। यह आक्रामकता हम में
जीवन तुझे है बढ़ते रहना, जलकर होना राख नहीं ऐ युवा तू अवसर वाद की, भट्टी का अंगार नहीं युवाओं को अब स्पष्ट संदेश देना होगा कि युवा अवसरवाद की भट्टी में तपता लोहा नहीं है जिसे जैसे चाहा ढ़ाल लिया। युवा धर्म, संप्रदाय, जाति, भाषा क्षेत्र को लेकर नफरत फैलाने का औजार नहीं है जिसे जब चाहा चला लिया। युवा झूठ को
बिलासपुर.शहर में नशे के सौदागरों का आना जाना लगा हुआ है।जो बाहर राज्यों से नशीली दवाओं का जखीरा शहर में लाकर खपा रहे है।जिसकी गिरफ्त में आकर लोग अपनी जिंदगी बर्बाद कर रहे है।वही इन नशीली दवाओं के गिरफ्त में ज्यादातर युवा इसके शिकार हो रहे है।शहर में तो कई तरह के नशे की सामग्री