नई दिल्ली. बॉलीवुड की बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एकश्रीदेवी (Sridevi) ने साल 2018 में दुनिया को अलविदा कह दिया था. लेकिन उनकी यादें आज भी फैंस और बॉलीवुड स्टार्स के दिलों में ताजा हैं. श्रीदेवी ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी और फिल्म इंडस्ट्री को एक नई पहचान दी थी. लेकिन क्या आपको
नई दिल्ली. सुपरस्टार रजनीकांत (Superstar Rajinikanth) को लेकर लोगों में जो दीवानगी है उसे शब्दों में बयां करना कठिन है. लेकिन खुद थलाइवा अपनी ही आलोचना करने से पीछे नहीं हटते. हाल ही में उनकी आगामी फिल्म ‘दरबार’ का धांसू ट्रेलर रिलीज हुआ. इस दौरान रजनीकांत ने अपने अभिनय के बारे में एक कड़क बात कह दी. रजनीकांत
नई दिल्ली. सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) की फिल्म ‘दरबार’ (Darbar) का ट्रेलर रिलीज हो गया है. ट्रेलर में रजनीकांत एक पुलिसवाले के रोल में दिख रहे हैं. रजनीकांत स्टाइल में दमदार एक्शन और डायलॉग इस फिल्म में है. साथ में है रजनीकांत और नयनतारा के रोमांस का डोज जो फैंस को ये फिल्म देखने के लिए मजबूर कर देगा. ट्रेलर
नई दिल्ली. सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) ने कहा है कि उन्हें भगवा रंग में रंगने की कोशिश की जा रहे थी, लेकिन वह उस जाल में नहीं फंसेंगे और इसका कोई प्रभाव उन पर नहीं पड़ेगा. उन्होंने चेन्नई में स्थित अपने घर के बाहर पत्रकारों से कई मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि तमिल कवि तिरुवल्लुवर के साथ
नई दिल्ली. सुपरस्टार रजनीकांत (Rajinikanth) पिछले चार दशकों से भी अधिक समय से दुनिया भर में लोगों के दिलों पर राज कर रहे हैं. साउथ फिल्मों से बॉलीवुड का शानदार सफर तय करने वाले सुपरस्टार रजनीकांत ने अपनी फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1975 में तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से की थी. रजनीकांत को उनके उल्लेखनीय योगदान के
नई दिल्ली. अभिनेता रजनीकांत का उत्तराखंड के साथ गहरा नाता उन्हें प्रत्येक वर्ष इस पहाड़ी राज्य में लेकर आ जाता है. उनका कहना है कि यहां के माहौल में उन्हें शांति मिलती है. लाखों प्रशंसकों के चहेते दक्षिण के स्टार रजनीकांत अपनी बेटी ऐश्वर्या के साथ ऋषिकेश पहुंचे. वह दयानंद आश्रम में टिके और शाम को ‘गंगा आरती’ में भाग
नई दिल्ली. साउथ सुपरस्टार रजनीकांत मंगलवार को पत्नी के साथ वरदराजा स्वामी के दर्शन करने कांचीपुर पहुंचे थे. देर रात सपरिवार भगवान की पूजा-अर्चना करने के बाद रजनीकांत बाई रोड चेन्नई के लौट गए. बता दें कि इस मंदिर के मुख्य देवता 40 सालों में सिर्फ एक बार दर्शन देते हैं. पिछली बार उन्होंने 1979 में दर्शन दिया था, तब