नई दिल्ली. 6 अगस्त 1945 का दिन जब वैश्विक इतिहास के रंगमंच पर एक ऐसा विध्वंसात्मक नाटक खेला गया कि जिसे याद कर आज भी लोगों की आंखे नम हो जाती हैं. यही वो दिन था जब हिरोशिमा (Hiroshima) पर परमाणु हमला किया गया था. इस धमाके ने इतनी तबाही मचाई थी कि उसका दर्द आज