कल शाम गृह मंत्रालय ने आदेश जारी कर 17 मई, 2020 तक लॉकडाऊन 3.0 लागू कर दिया। न प्रधानमंत्री सामने आए, न राष्ट्र को संबोधन किया, न गृहमंत्री आए, यहां तक कि कोई अधिकारी भी नहीं आया। आया तो केवल एक आधिकारिक आदेश। देश को न कुछ बताया, न सुझाया, न रास्ता बताया, न समयसीमा बताई और न ही मुश्किलात का हल। न देशवासियों के मन की बात सुनी, न अपनी कही और न ही देश के मन में उठ रहे लाखों सवालों का जवाब दिया। 130 करोड़ भारतवासी जानना चाहते हैं:- लॉकडाऊन 3.0 के पीछे क्या लक्ष्य है, क्या उद्देश्य है, क्या रणनीति है व क्या रास्ता है?  क्या लॉकडाऊन 3.0 आखिरी है और 17 मई, 2020 को खत्म हो जाएगा? या फिर, लॉकडाऊन 1.0 के बाद लॉकडाऊन 2.0, फिर लॉकडाऊन 3.0 की तरह लॉकडाऊन 4.0 व लॉकडाऊन 5.0 भी आने वाला है? यह पूर्णतया खत्म कब होगा? 17 मई, 2020 तक कोरोना संक्रमण व आर्थिक संकट से उबरने की गोलपोस्ट क्या है? मोदी सरकार ने 17 मई, 2020 तक संक्रमण, रोजी रोटी की समस्या व आर्थिक संकट से निपटने के लिए क्या लक्ष्य निर्धारित किए हैं? उन लक्ष्यों को हासिल करने के लिए 17 मई तक क्या सार्थक व निर्णायक कदम उठाए जाएंगे? लॉकडाऊन 3.0 से बाहर आकर (Exit Strategy) देश को सुचारू रूप से पटरी पर लाने की दिशा व रास्ता क्या है? देश के भविष्य को लेकर मोदी जी की सोच व नीति क्या है? किसान की फसल कटाई, MSP के भुगतान के साथ साथ खरीफ फसलों की बुआई व खाद-बीज-कीटनाशक दवाईयों की उपलब्धता का रोडमैप क्या है? 40 करोड़ से अधिक गांव-शहर के मजदूरों की रोजी रोटी व राशन की क्या व्यवस्था है?