कोरबा. कोरबा जिले में एसईसीएल की कोयला खनन परियोजनाओं से विस्थापितों के लिए रोजगार की मांग इस क्षेत्र की एक प्रमुख मांग के रूप में उभर रही है, क्योंकि अपनी जमीन से हाथ धो चुके परिवार आजीविका के साधनों के अभाव में बेरोजगारी का दंश सहने पर मजबूर है। इन विस्थापित परिवारों से एसईसीएल ने
कुसमुंडा. पूरे देश में आजादी के बाद से अब तक विकास परियोजनाओं के नाम पर दस करोड़ से ज्यादा लोगों को विस्थापित किया गया है और अपने पुनर्वास और रोजगार के लिए आज भी वे भटक रहे हैं। सरकार की कॉरपोरेटपरस्त नीतियां गरीबों की आजीविका और प्राकृतिक संसाधनों को उनसे छीन रही है। यही कारण
कोरबा. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने एसईसीएल गेवरा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले विस्थापित और पुनर्वास ग्रामों में बसाहट की समस्या एवं भू विस्थापितों के रोजगार और मुआवजे के सवाल पर 11 सूत्रीय मांगों पर आंदोलन करने की घोषणा करते हुए 11 नवंबर को गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव, 25 नवंबर को गेवरा खदान का उत्पादन बंद
कोरबा. घाटमुड़ा से विस्थापित और गंगागनगर में पुनर्वासित परिवारों की लंबित समस्याओं को लेकर पूर्व घोषणा के अनुसार मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में सैकड़ों भूविस्थापितों ने आज गंगानगर से पांच किमी. पदयात्रा करके एसईसीएल के गेवरा मुख्यालय का घेराव किया तथा कार्यालय के मुख्य दरवाजे को जाम करके धरना पर बैठ गए। महाप्रबंधक एस
कोरबा. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने गंगानगर ग्राम में बसाए गए घाटमुड़ा के विस्थापित परिवारों की मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा की है। आज इस आशय का ज्ञापन माकपा जिला सचिव प्रशांत झा के साथ किसान सभा नेता जवाहर सिंह कंवर, रामायण कंवर, दीपक साहू, संजय यादव आदि ने एसईसीएल के गेवरा क्षेत्र के
दमिश्क. तुर्की द्वारा 9 अक्टूबर को उत्तर सीरिया में कुर्द बलों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू किए जाने के बाद से अब तक 300,000 लोग विस्थापित हो चुके हैं. एक युद्ध निगरानी कार्यालय ने यह जानकारी दी. सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के मुताबिक, तुर्की समर्थित स्थानीय सीरियाई विद्रोहियों की मदद से तुर्की ने हमला शुरू