(आलेख : निधीश जे. विलट्ट, अनुवाद : संजय पराते) अपने हाई स्कूल के दिनों में मैंने प्रसिद्ध मलयालम लेखक थकाझी निधीश जे. विलट्टका क्लासिक उपन्यास “रंदीदंगाझी” पढ़ा था, जो मुझे अच्छी तरह से याद है। इस उपन्यास में मुख्यतः दलित खेतिहर मज़दूरों और गरीब बंटाईदारों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति और केरल के धान के कटोरे
रायपुर. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने कोरोना वायरस से फैले विश्वव्यापी महामारी के खिलाफ लड़ने के लिए जनता का एक मांगपत्र तैयार किया है और इस वैकल्पिक मांगपत्र के साथ आम जनता से 22 मार्च को जन एकजुटता दिवस मनाने की अपील की है। माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने यह जानकारी मीडिया को दी। एक
कोरबा. माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने आम जनता से अपील की है कि 1 अप्रैल से जब जनगणना कर्मी हमारे घरों में आये, तो एनपीआर (जनसंख्या रजिस्टर) से संबंधित प्रश्नों का जवाब न दे और जब नागरिक रजिस्टर बनाने (एनआरसी) के लिए आये, तो अपनी नागरिकता का कोई कागज न दिखाएं। वे आज कोरबा