बिलासपुर. हर व्यक्ति का सपना होता है कि उसका स्वयं का आशियाना हो, जिसमें वह सुकून से अपने परिवार के साथ गुजर बसर कर सके। ऐसा ही सपना छन्नूलाल श्रीवास ने भी देखा। उनके सपने को हकीकत में बदलने की कोशिश प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिए साकार हुई। छन्नूलाल श्रीवास नगर निगम बिलासपुर में राजकिशोर
बिलासपुर. केंद्र सरकार और भाजपा की कथनी और करनी में अंतर है। अच्छे दिन आने का सपना दिखाकर भाजपा केंद्र की सत्ता में आई और पूरे कार्यकाल के दौरान रसोई, पेट्रोल-डीजल के दाम ऐसे बढ़ाए कि जनता की कमर टूट गई है। भाजपा को जनता से माफी मांगनी चाहिए। https://youtu.be/hqjYA3JB2SU ये बातें पीसीसी चेयरमैन मोहन
अनिल बेदाग़/हर मां बाप का सपना होता है कि उनका बेटा वह बने जो वो चाहते हैं। लेकिन ऐसा होता बहुत कम है। बच्चों की अपनी दुनिया होती है ,उनके अपने सपने होते हैं और अपने सपनों के उड़ान को भरने के लिए कुछ भी करते हैं। रोहित राजावत के पिता चतुर सिंह चाहते थे
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. बचपन से ही मुंबई जाने का सपना था। नुक्कड़ नाटक, थियेटर, रंग मंच में काम करते हुए बिलासपुर में पत्रकारिता की। इसके बाद जब मन नहीं माना तो अपने सहयोगी पत्रकारों (दिलीप जगवानी, इरशाद अली और स्व. गणेश तिवारी का किया जिक्र) से सलाह देकर मुंबई के लिये रवना हुआ और वहां पहले
बिलासपुर/अनिश गंधर्व. लंबे संघर्ष के बाद बिलासपुर वासियों का सपना पूरा होने जा रहा है। मान्यता मिल जाने के बाद टेस्टिंग के लिए 72 सीटर विमान को बिलासा दाई केवटिंग हवाई अड्डे पर उतारा गया। इस दौरान शहर वासी व ग्रामीण जनों के अलावा मीडिया कर्मी हवाई पट्टी पर उपस्थित थे। चकरभाठा हवाई पट्टी से
बिलासपुर. हवाई सुविधा जनसंघर्ष समिति ने यह जानकारी दी कि बिलासपुर से दिल्ली तक सीधी उड़ान का सपना जल्दी साकार हो सकता है। इसके लिये फ्लाई बिग एयरलाईस के सीएमडी संजय मंडाविया राज्य सभा सांसद विवेक तन्खा के साथ कल शाम को बिलासपुर एयरपोर्ट का निरीक्षण करने के पश्चात् संघर्ष समिति के धरना स्थल पहुचेंगे।
बिलासपुर. जिला युवा कांग्रेस अध्यक्ष भावेन्द्र गंगोत्री ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा आज पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी जी का सपना पूरा होने जा रहा है जैसे की हम सब जानते है सन 1986 में उन्होंने राम मंदिर में लगा सदियों पुराना ताला खुलवा दिया था और जो आज शिलान्यास भूमि पूजन हो रहा
बिलासपुर. स्व. राजीव गांधी ने 19 वी सदी में ही 21 वी सदी का सपना देखा था. संचारक्रांति के जनक थे. आज पूरा भारत विषेशकर ग्रामीण इलाका भी संचार क्रांति कि इस युग में अपनी भागीदारी निभा रहाहै। इसका श्रेय राजीव जी को जाता है प्रधानमंत्री के रूप में राजीव जी ने अनेकों ऐतिहासिक कदम