अनिश गंधर्व/बिलासपुर. दो डॉक्टरों की नैया में सवार होकर मरवाही में जन समर्थन मांग रहे भाजपा-कांग्रेस के नेताओं की परीक्षा की घड़ी आ चुकी है। प्रत्याशी के साथ-साथ दोनों दलों के शीर्ष नेताओं की साख दांव पर है। 20 सालों में भाजपा ने मरवाही से एक बार भी चुनाव नहीं जीता । आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र