बिलासपुर. जीवन हो या खेल…बिना सामुहिक प्रयास से किसी को सफलता नहीं मिलती। जीवन की दौड़ में प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से समाज और परिवार का हमेशा सहयोग रहा है। इसी सहयोग के दम पर ही सफलता मिलती है। ठीक ऐसा ही खेल का भी स्वभाव है। कोई खिलाड़ी अकेले दम पर टीम को सफलता नहीं