मुंबई/अनिल बेदाग. गुमनाम स्वतंत्रता सेनानियों में कई वीरांगनाएं भी शामिल थीं और ऐसी ही एक फ्रीडम फाइटर नीरा आर्य पर अब एक बायोपिक बनाने जा रहे हैं निर्माता विशाल त्यागी। मटरगश्ती फिल्म्स के बैनर तले जल्द बनने जा रही फिल्म नीरा आर्य के लेखक अरमान सिंह ढिल्लों हैं। यूपी के बागपत जिला के खेकड़ा में जन्मीं
मुंबई/अनिल बेदाग़. भारत के स्वतंत्रता आंदोलन की प्रमुख महिला क्रांतिकारी नीरा आर्या के जीवन पर आधारित फ़िल्म नीरा आर्या का मोशन पोस्टर मुंबई में लाँच किया गया। इस अवसर पर निर्देशक और अभिनेत्री रूपा अय्यर, प्रियंका चौहान, प्रणव देसाई, मनीष देसाई, गौतम श्रीवत्स उपस्थित रहे। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि महिमा चौधरी के द्वारा लाँच किया
बिलासपुर. भारतवर्ष में स्वतंत्रता की 76 वर्षगांठ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हमारा देश करीब 200 साल बाद 1947 में आजाद हुआ उसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस दिन हम अपने राष्ट्र के गौरव तिरंगे को सम्मान देते हैं साथ ही उन वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी याद
बिलासपुर. संपूर्ण भारत वर्ष में स्वतंत्रता के 75वें वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है । इस अवसर पर रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा अनेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, रायपुर व नागपुर मंडलों के द्वारा बुलेट
बिलासपुर. संपूर्ण भारत वर्ष में स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। इस अवसर पर रेलवे सुरक्षा बल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के द्वारा अनेक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के बिलासपुर, रायपुर व नागपुर मंडलों के द्वारा 05-05
नगरी-धमतरी. देश की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आदिवासी विकासखंड नगरी में आजादी का अमृत महोत्सव पुरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है | विकासखंड नगरी के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र सहित सभी शासकीय-अशासकीय विद्यालयों, महाविद्यालय, आई.टी.आई.एवं शैक्षणिक संस्थाओं में तिरंगा यात्रा, मशाल जुलूस,आजादी के पुरोधा सहित विविध कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे
रायपुर. इस वर्ष हम देश की स्वतंत्रता के 75वें वर्ष पूरे गर्व के साथ मना रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम के 90 वर्षों का गौरवशाली इतिहास है कि हमारे करोड़ों लोगों द्वारा स्वतंत्रता संग्राम में अपने खून-पसीने बहाकर कड़ी मेहनत से अर्जित की गयी स्वतंतत्रा है। इस गौरवशाली अवसर पर हमारी विविधताओं, विभिन्न धर्मों से एकजुट
बिलासपुर. भारतवर्ष में स्वतंत्रता की 75 वी वर्षगांठ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। हमारा देश करीब 200 साल बाद 1947 में आजाद हुआ उसमें कई स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। इस दिन हम अपने राष्ट्र के गौरव तिरंगे को सम्मान देते हैं साथ ही उन वीर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को भी
बिलासपुर. शहर में स्वतंत्रता की 75 वी वर्षगांठ हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। महापौर रामशरण यादव और सभापति शेख नजीरुद्दीन ने नगर निगम विकास भवन , टाउन हॉल, पम्प हाउस के साथ नगर निगम के औषधालय में ध्वजारोहण किया। इस मौके पर नगर निगम कमिश्नर अजय त्रिपाठी सहित पार्षद और नगर निगम के अधिकारी कर्मचारी
रायपुर. भारत का 15 अगस्त 2021 रविवार को स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने इस अवसर पर एक परिपत्र जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का इतिहास हमारे महान स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़ा हुआ है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नेतृत्व में, भारतीय राष्ट्रीय
आधुनिक जीवनशैली के बीच महिला स्वतंत्रता का खुब नारा लगाया जाता है। आज के दौर में यह स्वतंत्रता की बातें जायज भी है। लेकिन स्वतंत्रता मे अनुशासन भी अति आवश्यक है । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर उक्त विचार कु.मणि माधुरी ने व्यक्त किया । लोक सेवा आयोग के परीक्षा की तैयारी कर रही कु. मणि
वर्धा. राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षकों को स्वतंत्रता देती है। इसके क्रियान्वयन में शिक्षकों पर अधिक जिम्मेदारी है। विद्यार्थियों की क्षमताओं का विनियोग कर शिक्षण विधि में परिवर्तन करने की आवश्यकता है। उक्त उदबोधन महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ने दिये। भारतीय शिक्षण मंडल एवं नीति आयोग के सहयोग से
बिलासपुर.स्वतंत्रता प्राप्ति के 20 वर्ष उपरांत सिन्धी भाषा को 10 अप्रैल 1967 को संविधान की 8वीं अनुसूची में मान्यता प्रदान की गई। इसलिए सम्पूर्ण भारत में 10 अप्रैल को सिन्धी भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है और प्रत्येक शहर में भाषा से संबंधित कार्यक्रम कराए जाते हैं । हम सभी जानते हैं कि
बिलासपुर. स्वतंत्रता प्राप्ति के 20 वर्ष उपरांत सिन्धी भाषा को 10 अप्रैल 1967 को संविधान की 8वीं अनुसूची में मान्यता प्रदान की गई। इसलिए सम्पूर्ण भारत में 10 अप्रैल को सिन्धी भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है और प्रत्येक शहर में भाषा से संबंधित कार्यक्रम कराए जाते हैं । हम सभी जानते हैं
बिलासपुर. स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात भी पूरे भारत वर्ष के एकीकरण लौह पुरूष सरदार वल्लभभाई पटेल कों योगदान अतुलनीय है। स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात् एक नये राष्ट्र का जन्म हुआ था जिसे अपनी एकता की सुरक्षा की चुनौती को अद्भुत कौशल के साथ, सरदार वल्लभभाई पटेल ने पूरे दृढ़ निश्चय के साथ क्रियान्वित किया एवं