यह दिन कई मायने में खास है। मुगल बादशाह शाहजहां द्वारा अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनाया गया मोहब्बत का अजीम शाहकार ताजमहल नौ मई के दिन ही बनकर पूरा हुआ था। इसके अलावा नौ मई का दिन एक दुखद घटना का गवाह भी बना जब 1993 में आज के दिन ही दक्षिण