नई दिल्ली. फिल्मकार अश्विनी अय्यर तिवारी (Ashwiny Iyer Tiwari) को लगता है कि मध्यम आय वर्ग भारत में नए जमाने को परिभाषित करता है और भारतीय अब पश्चिम को नहीं चाहते हैं, और यही कारण है कि भारत और भारतीय संस्कृति में निहित अधिक फिल्में हाल ही में लोकप्रियता हासिल कर रही हैं.  ‘निल बटे सन्नाटा’