नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या केस (Ayodhya Case) में ऐतिहासिक फैसला सर्वसम्मति यानी 5-0 से सुनाया है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई के नेतृत्व में पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने फैसला सुनाते हुए कहा कि विवादित जमीन पर राम मंदिर बनेगा. विवादित जमीन रामलला को दी जाएगी. मुस्लिम पक्ष अपने साक्ष्यों से यह सिद्ध नहीं कर पाए
नई दिल्ली. अयोध्या केस (Ayodhya Case) में मुस्लिम पक्षकारों ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में संयुक्त रूप से ‘मोल्डिंग ऑफ रिलीफ़’ पर अपनी वैकल्पिक मांग सीलबंद लिफाफे में पेश की हैं. अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने भी मोल्डिंग ऑफ रिलीफ़ पर अपनी वैकल्पिक मांग सुप्रीम कोर्ट में पेश की हैं. मोल्डिंग ऑफ रिलीफ़ का मतलब होता है कोर्ट से
नई दिल्ली. अयोध्या केस (Ayodhya Case) में सुन्नी वक्फ बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट के मध्यस्थता पैनल को राम मंदिर के पक्ष में अपनी राय दी है जिसमें कई शर्तें बताई गई हैं तो वहीं दूसरी तरफ़ हिंदू महासभा ने सुन्नी वक्फ बोर्ड की शर्तों और राय को बेबुनियाद बताते हुए सिरे से खारिज कर दिया है. मध्यस्थता
नई दिल्ली. सुन्नी वक्फ बोर्ड के अयोध्या केस (Ayodhya Case) वापस लेने और विवादित जमीन पर कब्जा छोड़ने का हलफनामा मध्यस्थता पैनल को दिए जाने संबंधी रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट के बाहर मुस्लिम पक्ष के वकील जफरयाब जिलानी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि केस वापसी से जुड़ी कोई भी एप्लीकेशन कोर्ट में दी
नई दिल्ली. अयोध्या केस (Ayodhya Case) की बुधवार को 40वें दिन की सुनवाई के साथ ही 16 अक्टूबर को जिरह पूरी हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में हिन्दू और मुस्लिम पक्ष की जिरह का आखिरी दिन है. मोल्डिंग ऑफ रिलीफ पर भी आज ही बहस हो सकती है. इसलिए सुनवाई आज ही
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या केस (Ayodhya Case) की 32वें दिन की सुनवाई शुरू होते ही गुरुवार को एक वकील ने कहा कि हमारा और निर्मोही अखाड़ा में आपस में ज़मीन के अधिकार को लेकर झगड़ा है, हमको भी सुना जाए. मुख्य न्यायाधीश ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हम क्या रोज़-रोज़ इसकी सुनवाई करते रहेंगे?
नई दिल्ली. सुन्नी वक्फ बोर्ड की ओर से वकील जफरयाब जिलानी ने अयोध्या केस (Ayodhya Case) में अपनी दलील जारी रखते हुए साफ किया कि सुन्नी वक्फ बोर्ड ने यह कतई स्वीकार नहीं किया है कि राम चबूतरा भगवान राम का जन्मस्थान है. हमारा कहना यह है कि यह हिंदुओं का विश्वास है और जिला जज की इस मामले में
नई दिल्ली. अयोध्या केस की सुनवाई के 14वें दिन रामजन्म भूमि पुनरोद्धार समिति के वकील पीएन मिश्रा ने अपनी दलीलें रखीं. उन्होंने तीन किताबों का ज़िक्र करते हुए कहा कि आईने अकबरी, हुमायूंनामा में बाबर द्वारा बाबरी मस्जिद बनने की बात नहीं है. तुर्क-ए-जहांगीरी किताब में भी बाबरी मस्जिद के बारे में कोई जिक्र नही हैं.
नई दिल्ली. अयोध्या मामले में मध्यस्थता पैनल आज सुप्रीम कोर्ट में रिपोर्ट सौंपेगा. पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता पैनल से 31 जुलाई तक मध्यस्थता का काम पूरा कर 1 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने को कहा था. इस रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट कल यानि शुक्रवार को सुनवाई करेगा. संविधान पीठ ने कहा था कि वो 2 अगस्त को
नई दिल्ली. बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई करेगा. जस्टिस आरएफ नरीमन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ मामले की सुनवाई करेगी. पिछली सुनवाई में निचली अदालत में इस केस की सुनवाई कर रहे विशेष जज एसके यादव ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि मुकदमा निपटने में 6 महीने का और वक्त लगेगा. दरअसल, एसके