नई दिल्ली. कोरोना के संकट के बीच ये स्थिति एक शीत युद्ध की है. जिसमें एक तरफ अमेरिका और उसके सहयोगी हैं और दूसरी तरफ चीन और रूस. यहां संदेह, शत्रुता और आक्रामकता के साथ बिना हिंसा के सेनाओं में भी हलचल जारी है. 1945 से 1980 के दशक के अंत तक चलने वाले शीत युद्ध