नई दिल्ली. फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स (FATF) के दायित्वों को पूरा करने में असफल रहने के बाद पाकिस्तान (Pakistan) के ग्रे लिस्ट में ही रहने की संभावना है. आतंक के खिलाफ एफएटीएफ की 27 कार्ययोजनाओं में से प्रमुख छह योजनाओं को पाकिस्तान पूरा करने में नाकाम साबित हुआ है, जिसमें मौलाना मसूद अजहर और हाफिज सईद के
करांची. आतंक के फंडिंग और हवाला पर लगाम लगाने वाली फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान (Pakistan) पर कुछ नई शर्ते लगाई हैं, जिनका पालन उसे करना होगा. एक रिपोर्ट के अनुसार, एफएटीएफ की नई शर्तो में पाकिस्तान से कहा गया है कि विदेश यात्रा करने वाले पाकिस्तानियों का डेटा बैंक बनाया जाए. जिसमें खास रूप से दर्ज किया
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) की नेशनल एसेंबली में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) के मापदंडों को पूरा करने के लिए दुनिया के देशों के साथ सूचना और अपराधियों के आदान-प्रदान से जुड़ा महत्वपूर्ण विधेयक पारित कर दिया है. सोमवार को प्रारंभ में विपक्षी दलों ने स्पीकर असद कैसर द्वारा एक ध्वनि मत पर दिए गए उस
इस्लामाबाद. पाकिस्तान (Pakistan) ने कुल 27 कार्ययोजना में से फायनांशियल एक्शन टास्क फॉर्स (एफएटीएफ) के जॉइंट ग्रुप से पहले 22 बिंदुओं पर अपनी प्रगति रिपोर्ट पेश की है. पाक ने ऐसा इसलिए किया है, ताकि ग्लोबल वाचडॉग की ब्लैकलिस्ट में शामिल होने से बचा जा सके. यह जानकारी शनिवार को सामने आई. रिपोर्ट के अनुसार, अक्टूबर में
पेरिस. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने अगले साल फरवरी तक पाकिस्तान (Pakistan) को ग्रे लिस्ट में बनाए रखने का फैसला किया है और इस्लामाबाद को टेरर फंडिंग (Terror Funding) और मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) जैसे मुद्दों से निपटने के लिए अतिरिक्त कदम उठाने का आदेश दिया है. डॉन न्यूज के मुताबिक, पेरिस में मंगलवार को एक एफएटीएफ की
पेरिस. पाकिस्तान (Pakistan) को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर बड़ा झटका लगा है. दरअसल फाइनैंशल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान अपने लिए समर्थन नहीं जुटा पा रहा है और अलग-थलग पड़ता जा रहा है. FATF के किसी भी सदस्य देश का उसे समर्थन नहीं मिल पा रहा है. पाकिस्तान को ‘डार्क ग्रे’ लिस्ट में डाला
नई दिल्ली. पेरिस में फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की बैठक में पाकिस्तान (Pakistan) को ग्रे सूची में रखे जाने के लिए वोट किए जाने की संभावना ज्यादा है. एफएटीएफ आतंकवादी वित्तपोषण व धनशोधन की वैश्विक निगरानीकर्ता है. हालांकि, एशिया पैसिफिक ग्रुप (एपीजी) उप समूह ने सिफारिश की है कि पाकिस्तान के आतंकी फंडिंग से निपटने के उपायों पर इसके
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए सभी देशों को एक साथ आने की जरूरत है. पीएम मोदी ने आतकंवाद को बढ़ावा देने वाले देशों पर यूएन द्वारा लगाए गए आर्थिक प्रतिबंधों पर सवाल उठाने वाले देशों को इस मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की सलाह दी.
नई दिल्ली. पाकिस्तान के खिलाफ मोदी सरकार को शुक्रवार को एक और बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है. आतंकवाद पर पड़ोसी मुल्क को जबरदस्त झटका लगा है. सूत्रों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद की फंडिंग पर निगरानी करने वाली संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने पाकिस्तान को डाउनग्रेड कर ब्लैकलिस्ट में डाल दिया है. पाकिस्तान के खिलाफ यह