नयी दिल्ली.जलवायु परिवर्तन के साथ ही मौसम संबंधी अप्रत्याशित गतिविधि ‘ट्रिपल-डिप ला-नीना’ के कारण 2022-23 की सर्दियों के दौरान जहां उत्तर भारत में वायु गुणवत्ता में सुधार दिखा, वहीं प्रायद्वीपीय भारत में प्रदूषण स्तर में वृद्धि दर्ज की गयी। ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड स्टडीज’ के ‘चेयर प्रोफेसर’ गुरफान बेग की अगुवाई में हुए अध्ययन में