नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की ओर से अवमानना के मामले में वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण (Prashant bhushan) को दोषी ठहराए जाते ही देश के ‘बुद्धिजीवी’ (Intellectual) एक बार फिर सक्रिय हो गए हैं. सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट के 13 पूर्व जजों समेत करीब 200 बुद्धिजीवियों ने बयान जारी कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर