June 19, 2025
नागा साधुओं ने दिलाया भारत को वैश्विक सम्मान, महाकुंभ 2025 में स्वास्थ्य पहल के लिए फ्रांस में मिला सम्मान

मुंबई: पूज्य नागा साधुओं ने ‘नागा सन्त नेत्र परीक्षण’ (Naga Saint Eye Test) के माध्यम से भारत को वैश्विक स्तर पर गौरवान्वित किया है। यह एक प्रभावशाली जनस्वास्थ्य अभियान था, जिसे फ्रांस में आयोजित कान्स लायंस इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ क्रिएटिविटी 2025 में हेल्थ एंड वेलनेस कैटेगरी में सिल्वर लायन पुरस्कार से नवाज़ा गया। यह पहल गोदरेज कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (GCPL) और आईबेट्स फाउंडेशन के सहयोग से चलाई गई, जो डायबिटीज और रोकी जा सकने वाली अंधता के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कार्यरत एक सामाजिक संस्था है। भारत में लगभग 10 करोड़ लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं, जिनमें से 60% लोगों को यह पता ही नहीं होता। डायबिटीज, रोकी जा सकने वाली अंधता का प्रमुख कारण भी है। गोदरेज क्रिएटिव लैब द्वारा विकसित ‘नागा संत नेत्र परीक्षण’ अभियान इस गंभीर समस्या को सांस्कृतिक रूप से जुड़ाव वाले और साहसी तरीके से लोगों तक पहुंचाने की कोशिश थी। इस अभियान में नागा साधुओं के आध्यात्मिक प्रभाव और उनकी मौजूदगी का उपयोग करते हुए उन्हें “जीवित नेत्र परीक्षण चार्ट” की तरह प्रस्तुत किया गया। उनके शरीर पर देवनागरी लिपि में मोटे हिंदी अक्षर लिखे गए थे। जो लोग इन अक्षरों को पढ़ नहीं पाए, उन्हें