नई दिल्ली. ज्योतिष में मंगल को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है. कुंडली में मंगल की स्थिति पर विशेष ध्यान दिया जाता है, क्योंकि इसके शुभ रहने पर व्यक्ति का भाग्योदय संभव है. मंगल को साहस, पराक्रम, भूमि, शक्ति, शौर्य, भाई और ऊर्जा का कारक माना गया है. मंगल, मकर राशि में उच्च और कर्क राशि
मंगल को क्रूर ग्रह की श्रेणी में रखा गया है. मंगल ग्रह 5 दिसंबर को सुबह 06 बजकर 20 मिनट पर राशि बदलेगा. मंगल का यह गोचर तुला से वृश्चिक राशि में होगा. मंगल इस अवस्था में 4 जनवरी 2022 तक रहने वाला है. ज्योतिष के मुताबिक मंगल का यह गोचर मेष से लेकर मीन
नई दिल्ली. मंगल ग्रह (Mangal Grah) को वैदिक ज्योतिष में बहुत अहम ग्रह माना गया है क्योंकि यह लोगों के शादी-विवाह पर असर डालता है. यदि मंगल की स्थिति ठीक न हो तो विवाह में बहुत मुश्किलें आती हैं. साथ ही जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है उनका विवाह ऐसे ही जातकों