येरवेन. आर्मेनिया और अजरबैजान (Armenia & Azerbaijan) एक बार फिर जंग के मुहाने पर आकर खड़े हो गए हैं. दोनों देशों के बीच भीषण सैन्य झड़प की खबर सामने आने के बाद आशंका जताई जा रही है कि हालात पहले जैसे हो सकते हैं. आर्मेनिया ने दावा किया है कि उसके 15 सैनिकों की मौत हुई
बाकू. अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) के बीच जारी जंग खत्म करने की सभी कोशिशें नाकाम साबित हो रही हैं. अमेरिका (America) की पहल पर किये गए संघर्ष विराम के कुछ ही घंटों बाद दोनों देश फिर आमने-सामने आ गए हैं. यह तीसरा मौका है जब, युद्ध विराम की घोषणा के बाद फिर से जंग शुरू
नागोर्नो-काराबाख. अर्मेनिया और अजरबैजान के बीच 29 दिनों से चल रही जंग के शांत होने की उम्मीद है.दोनों देशों ने आधी रात से युद्ध विराम लागू करने पर सहमति जताई है. पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियों और फिर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. अर्मेनिया और अजरबैजान दुनिया के नक्शे में दो छोटे
येरेवन/बाकू, अर्मेनिया/अजरबैजान. नागोर्नो-करबाख (Nagorno-Karabakh) के पहाड़ी इलाकों में रविवार को अजरबैजान और अर्मेनियाई सेना के बीच ताजा झड़पें हुईं हैं और दोनों पक्षों ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया है. जबकि इससे पहले शुक्रवार को ही अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों
अंकारा. अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) के बीच जारी जंग को खत्म करने के लिए अमेरिका आगे आया है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) ने दोनों देशों के नेताओं से मुलाकात की, ताकि विवाद के शांतिपूर्ण निपटारे को संभव बनाया जा सके. हालांकि, इसकी उम्मीद बेहद कम दिखाई देती है. अर्मेनिया और अजरबैजान
बाकू. अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) की जंग दिन ब दिन और खतरनाक होती जा रही है. अजरबैजान का आरोप है कि अर्मेनिया लगातार उसके ठिकानों को निशाना बना रहा है. आज सुबह (17 अक्टूबर) भी अर्मेनिया ने अजरबैजान के दूसरे सबसे बड़े शहर गांजा पर मिसाइल हमला किया. इस हमले में पांच लोगों की मौत
मॉस्को. कोरोना संकट के बीच दुनिया पर मंडरा रहा विश्व युद्ध का खतरा रूस के प्रयासों से टल गया है. अर्मेनिया (Armenia) और अजरबैजान (Azerbaijan) पिछले कई दिनों से जारी युद्ध रोकने पर सहमत हो गए हैं. आज दोपहर से दोनों तरफ से गरज रहीं तोपें खामोश हो जाएंगी. यदि दोनों देशों में सहमति नहीं
बाकू. अर्मेनिया और अजरबैजान (Armenia, Azerbaijan War) के बीच जंग जारी है. दोनों देशों ने युद्ध खत्म करने की अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपील को खारिज कर दिया है. इस बीच, अजरबैजान के राष्ट्रपति ने जंग खत्म करने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. उनका कहना है कि यदि अर्मेनिया इन शर्तों को स्वीकार कर लेता है,
नई दिल्ली. कोरोना संकट के बीच किसी भी समय विश्व युद्ध (World War) का अलार्म बज सकता है, क्योंकि दुनिया में चार जगहों पर पड़ोसी देशों के बीच आपस में संघर्ष चल रहा है. सबसे बड़ा जंग का मैदान तो रूस (Russia) के करीब बना हुआ है, जहां अर्मेनिया और अजरबैजान (Armenia-Azerbaijan) जमीन के लिए एकदूसरे