नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने मंगलवार को कहा कि तीन विवादास्पद कृषि कानूनों (New Farm Laws) को निरस्त करने की मांग को लेकर साल भर से चल रहे आंदोलन के दौरान कितने किसानों की मौत हुई है इसका कोई आंकड़ा नहीं है, इसलिए मुआवजा देने का प्रश्न ही नहीं उठता. केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण
नई दिल्ली. किसान आंदोलन (Farmers Protest) को लेकर बड़ी खबर आ सकती है. सोमवार को सिंघु बॉर्डर पर आपात बैठक बुलाई है. दूसरी तरफ संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) के पहले दिन लोक सभा द्वारा पारित किए जाने के बाद तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने वाले विधेयक को सोमवार को ही राज्य
लखनऊ. किसान आंदोलन (Farmers Protest) के नेता और भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) दिल्ली की तरह ही अब लखनऊ की भी घेराबंदी करेंगे. आज लखनऊ में संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस कांफ्रेंस के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि अब यूपी और उत्तराखंड में भी मिशन के तहत किसान आंदोलन चलेगा
नई दिल्ली. दो महीने से अधिक समय बीत जाने के बाद भी केंद्र के नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के विरोध में किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) जारी है. अब तक किसान यूनियनों और सरकार के बीच कई दौर की वार्ता बेनतीजा रही है. 26 जनवरी को हुई दिल्ली हिंसा (Delhi Violence) के बाद
नई दिल्ली. संसद से पारित नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसानों का आंदोलन (Farmers Protest) लगातार 16वें दिन भी जारी है. किसानों के आंदोलन को देखते हुए सभी धरना स्थलों पर भारी संख्या में पुलिस बल लगातार तैनात है. किसानों ने अब आंदोलन को आगे बढ़ाने हुए देश